मंडलीय अस्पताल से चोरी हुआ 10 माह का बच्चा नाटकीय ढंग से बरामद, परिजनों के चेहरे पर लौटी खुशी

मिर्जापुर जिले के मंडलीय अस्पताल से गुरुवार को 10 माह का बच्चा चोरी हो गया था। शुक्रवार को वह बच्चा नाटकीय ढंग से बरामद हो गया। बच्चे को लेकर एक महिला थाने पहुंची। 

एएसपी सिटी  संजय वर्मा की गोद में बरामद बच्चा

मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल से गुरुवार को चोरी हुआ 10 माह का बच्चा शुक्रवार को नाटकीय ढंग से बरामद हो गया। बच्चे को लेकर एक महिला थाने पहुंच गई। पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है। एएसपी सिटी संजय कुमार वर्मा ने कोतवाली शहर में पत्रकार वार्ता कर मामले की जानकारी दी। 

लालगंज थाना क्षेत्र के बामी गांव निवासी कंचन देवी पत्नी विजय कुमार अपने दो बच्चों अंशिका (3) व 10 माह के पुत्र आर्यन के साथ मंडलीय अस्पताल आई थी। उसके साथ उसकी भाभी प्रभावती पत्नी अमरनाथ भी अपने पुत्र अभिनव (4) के साथ आई थी। मंडलीय अस्पताल में 127 नंबर कक्ष में बच्चे आर्यन को दिखाने के बाद कंचन दवा लेने के लिए नीचे गई।
सीसीटीवी फुटेज में दिखी थी एक महिला
प्रभावती के हवाले अपने दोनों बच्चों को छोड़कर गई। इस दौरान प्रभावती के पुत्र अभिनव  को शौच लग गई। वह अपने पुत्र को शौच कराने के लिए चली गई।  कंचन पहुंची तो वहां पर आर्यन नहीं था। खोजबीन करने पर बच्चे का पता नहीं चला। परिजनों के हंगामा करने पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी। अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे की जांच कराई गई। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में एक महिला बच्चे को लेकर जाती दिखाई दी। पुलिस उस महिला की तलाश में थी कि शुक्रवार की सुबह नगर के वासलीगंज निवासी एक महिला बच्चे को लेकर शहर कोतवाली पहुंची।

पुलिस को हो रहा शक

उसने बताया की वह गैैपुरा एक बाबा के पास मिलने गई थी। वहां से लौटते समय अमरावती चौराहे पर घर आने के लिए ऑटो का इंतजार कर रही थी, इसी दौरान उसे एक बच्चा पड़ा मिला, जिसे वह लेकर घर चली आई। पुलिस बच्चे को उसके परिजनों को सौंप कर घटना की छानबीन में जुटी है।

बच्चा सौंपने वाली महिला और सीसीटीवी फुुुटेज में बच्चा ले जाती महिला अलग-अलग है। पुलिस दोनों के बीच की कड़ी को तलाश रही है। बच्चा लाने वाली महिला की भूमिका पर पुलिस को शक इसलिए हो रहा है कि बृहस्पतिवार की शाम उसे बच्चा मिल गया तो उसने किसी को बताया क्यों नहीं। उसके बताए स्थान की पड़ताल करने पर वहां कुछ नहीं मिला।

एएसपी सिटी  संजय वर्मा ने कहा कि  मंडलीय अस्पताल परिसर से एक बच्चा लापता हो गया था। मुकदमा दर्ज कर सीसीटीवी से छानबीन की गई। इसके बाद शहर कोतवाली पुलिस के साथ स्वाट और एसओजी टीम को लगाया गया। जांच की जा रही है कि आखिर महिला को बच्चा कैसे मिला। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

छानबीन में लगी थीं तीन टीमें

मंडलीय अस्पताल
मंडलीय अस्पताल – फोटो : फाइल
बच्चे की बरामदगी के लिए एएसपी सिटी संजय कुमार वर्मा ने तीन टीमें शहर कोतवाली के अलावा, एसओजी व स्वाट टीम लगाईं थी। तीनों टीमों ने रात भर विंध्याचल पहाड़, काली खोह, बथुआ, भरुहना, बरकछा, जसोवर पहाड़ी आदि स्थानों पर खोजबीन की। माना जा रहा है कि अखबार में खबर प्रकाशित होने  और पुलिस की कार्रवाई का असर रहा कि  बच्चा मिल गया। फिलहाल बच्चे को कौन चोरी कर ले गया। इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस छानबीन में जुटी है।

पहाड़ी क्षेत्र में मिलने पर तरह-तरह की चर्चा

विंध्याचल क्षेत्र में बच्चे के मिलने को लेकर तरह-तरह की चर्चा है। कहा जा रहा है कि कहीं बलि आदि के लिए तो बच्चे की चोरी नहीं की गई थी। बच्चा लाने वाली महिला का कहना था कि वह गैपुरा की ओर एक बाबा से मिलने गई थी। घर लौटते समय अमरावती के पास बच्चा मिला है। फिलहाल पुलिस बच्चे को लाने वाली महिला की भूमिका को लेकर जांच कर रही है। हालांकि जिस महिला ने अस्पताल से बच्चे को उठाया वह अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है।