1024 crores being spent on agricultural irrigation schemes

कृषि सिंचाई योजनाओं पर व्यय किए जा रहे 1024 करोड़ रुपए

प्रदेश सरकार की कल्याणकारी नीतियों व कार्यक्रमों के बारे में जन-जन अवगत करवाने के उद्देश्य से सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा विशेष प्रचार अभियान कार्यान्वित किया जा रहा है। विभाग से संबंद्ध सांस्कृतिक दलों के कलाकार उपस्थित जनसमूह को जहां प्रदेश सरकार द्वारा आम लोगों के कल्याण के लिए कार्यान्वित की गई योजनाओं की जानकारी प्रदान कर रहे हैं वहीं नशे से दूर रहने का संदेश भी दे रहे हैं।
इसी कड़ी में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से सम्बद्ध हिम सांस्कृतिक दल ममलीग के कलाकारों ने सोलन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत बड़ोग तथा ग्राम पंचायत शड़ियाणा, अक्षिता लोक नृत्य सांस्कृतिक युवा मंच के कलाकारों ने कण्डाघाट विकास खण्ड की ग्राम पंचायत ग्राम पंचायत बाशा तथा ग्राम पंचायत बीशा में, शिव शक्ति कला मंच कोठी के कलाकारों ने धर्मपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सनवारा के गांव मंगोटी तथा ग्राम पंचायत आंजी मातला में गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से अनुसूचित जाति के कल्याणार्थ कार्यान्वित की जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
लोगों को अवगत करवाया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा इस वित्त वर्ष में किसानांे की पैदावार व आय में वृद्धि के उद्देश्य से कृषि सिंचाई योजनाओं पर 1024 करोड़ रुपए व्यय किए रहे हैं। राज्य के किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, सौर सिंचाई योजना, जल से कृषि को बल योजना, प्रवाह सिंचाई योजना कार्यान्वित की गई हैं।
कलाकारों ने बताया कि जल से कृषि बल योजना के अंतर्गत 250 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है। योजना के तहत चैकडैम व तालाबों के निर्माण किया जा रहा है जिसमें एकत्रित जल को किसान व्यक्तिगत लघु उठाऊ सिंचाई योजनाएं या बहाव सिंचाई योजना बनाकर सिंचाई के लिए उपयोग कर सकते हैं। कलाकारों ने बताया कि सौर सिंचाई योजना के अन्तर्गत सौर पम्पों के माध्यम से सिंचाई के लिए जल उठाने के लिए लघु एवं सीमांत वर्ग कि किसानों को व्यक्तिगत रूप से पंपिग मशीनरी लगाने के लिए 90 प्रतिशत, मध्यम व बड़े वर्ग के किसानों को व्यक्तिगत स्तर पर 80 प्रतिशत सहायता का प्रावधान किया गया है।
कलाकारों ने बताया कि गृह अनुदान योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के अतिरिक्त अल्पसंख्यक, दिव्यांगजन, विधवा, एकल नारी तथा बेसहारा महिलाएं जिनकी वार्षिक आय 35 हजार रुपये से कम हो को मकान निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करवाई जाती है। इसके लिए उक्त श्रेणियों के व्यक्तियों के नाम पर राजस्व रिकार्ड में मकान बनाने के लिए भूमि उपलब्ध होनी चाहिए। मकान निर्माण के लिए अनुदान राशि के रूप में 1.50 लाख रुपए तथा आवास की मुरम्मत के लिए 35 हजार रुपय उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
कलाकारों ने नुक्कड़ ‘लम्बरदार’ के माध्यम से नशे के मकड़जाल में फंसते युवाओं को नशे से दूर रहने तथा सरकार की कल्याणकारी नीतियों का लाभ उठाने के विषय में उत्कृष्ट प्रस्तुति दी। लोगों को बताया गया कि पारिवारिक मूल्यों का क्षरण युवाओं में बढ़ती नशे की लत के लिए बड़ा कारक बन कर उभरा है। यदि बच्चों को अपनी संस्कृति एवं लोकाचार की सही जानकारी दी जाए तो बच्चे भविष्य के बेहतर नागरिक बन सकते हैं।
इस अवसर पर कोविड-19 सुरक्षा के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया। उपस्थित जनसमूह को सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनने तथा सुरक्षित सोशल डिस्टेन्सिग नियम के पालन करने के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत बड़ोग के प्रधान सुनील कश्यप, उप प्रधान गुरदेव शर्मा, वार्ड सदस्य सोनिया कश्यप, कमला, ग्राम पंचायत शड़ियाणा की प्रधान आशा दीवान, उप प्रधान हरदेव सिंह, बीडीसी सदस्य देविंद्र शर्मा, वार्ड सदस्य शकुंतला देवी, निर्मला देवी, सुषमा देवी, सीमा देवी, बाबूराम, सुरेंद्र कुमार, रमेश चंद्रा, ग्राम पंचायत बीशा के प्रधान धर्मदत्त, उप प्रधान हेमन्त कुमार, पंचायत सचिव देवेंद्र ठाकुर, ग्राम पंचायत बाशा के प्रधान चंदन सिंह, उप प्रधान राजेंद्र कुमार, वार्ड सदस्य मीना शर्मा, सिलाई अध्यापिका अनीता, पंचायत सचिव भुवनेश्वरी शर्मा, ग्राम पंचायत सनवारा के प्रधान दिनेश ठाकुर, पूर्व बीडीसी सदस्य शौंक राम, ग्राम पंचायत आंजी मातला के प्रधान नरेंद्र शर्मा तथा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी उपस्थित थे।