घर नहीं, बूथ पर पहुंचकर मतदान करेंगे 106 वर्षीय देश के पहले मतदाता श्याम सरण नेगी
देश के प्रथम मतदाता एवं किन्नौर जिले के कल्पा निवासी श्याम सरण नेगी 106 वर्ष के होने के बावजूद 12 नवंबर को मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट डालेंगे। हालांकि चुनाव आयोग ने 80 वर्ष से ज्यादा उम्र के मतदाताओं के लिए घर से ही मतदान करने की व्यवस्था की है लेकिन नेगी उम्र की परवाह किए बिना कल्पा मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे। वही नेगी का प्रशासन इस बार भी रेड कारपेट बिछाकर उनका भव्य स्वागत करेगा। उन्हें मतदान केंद्र तक पहुंचाने की व्यवस्था भी प्रशासन की ओर से की जाएगी।
नेगी की आंखों की रोशनी कम हो गई है, सुनाई भी कम देता है और घुटनों में भी अक्सर दर्द रहता है। लेकिन मतदान के लिए उनका जज्बा आज भी बरकरार है। मास्टर नेगी का जन्म 1 जुलाई 1917 को किन्नौर के कल्पा में हुआ था। नेगी स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता हैं। भारत के स्वतंत्र होने के बाद पहले आम चुनाव फरवरी 1952 में होने थे लेकिन किन्नौर में बर्फबारी को देखते हुए पांच माह पहले ही सितंबर 1951 में चुनाव करवा दिए गए थे। चुनाव के समय नेगी किन्नौर के मूरंग स्कूल में अध्यापक थे और चुनाव में उनकी ड्यूटी लगी थी। उस दौरान उन्होंने पहली बार मतदान किया था। नेगी ने 1951 के बाद हुए हर आम चुनावों में अपने मत का प्रयोग किया है। भारत सरकार ने उन्हें देश के पहले वोटर का दर्जा दिया है।
नेगी को 2014 के आम चुनाव के दौरान ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था और 12 जून 2010 को मुख्य चुनाव आयुक्त ने उन्हें कल्पा आकर पहले मतदाता होने पर बधाई भी दी थी।वही प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी ने कहा कि आज़ादी के बाद हुए सभी आम चुनावों में लागातार वोट देते आ रहा हूं और इस बार भी मतदान करने जाऊंगा।उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि श्याम सरण नेगी केवल किन्नौर, हिमाचल ही नहीं बल्कि देश के आइकॉन है। युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।