सोलन में 108 एंबुलेंस कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। जिसके चलते एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से प्रभावित नज़र आ रही है | रोगियों को भी भारी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है | रोगी निजी वाहनों से इलाज करवाने के लिए अस्पताल पहुंच रहे है | आप को बता दें कि प्रदेश भर में करीबन 1100 कर्मचारी अवकाश ले चुके है | कमर्चारियों का कहना है कि वह अपनी जान दाव पर लगा कर कोविड काल में भी मरीज़ों को लाने लेजाने का कार्य कर रहे है | यहाँ तक कि उनके कई साथी कोरोना की चपेट में आ चुके है | लेकिन उनके जोश में उसके बावजूद भी कोई कमी नहीं आई है | सभी कर्मचारियों को उम्मीद थी कि उच्च अधिकारी उनकी इस सेवा पर खुश होंगे और उन्हें शाबाशी दे कर उनका वेतन बढ़ाया जाएगा | लेकिन उनके उच्च अधिकारी लगातार उन से दुर्व्यवहार कर रहे है | जिसकी वजह से उनका मनोबल टूटने लगा है | यही कारण है कि सभी ने सामूहितक अवकाश ले लिया है और सोलन, शिमला, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा, लाहुल-स्पीति और किन्नौर में एंबुलेंस सेवा ठप हो गई है।
108 एंबुलेंस में तैनात सोलन के रोहित कुमार ने बताया कि न्यायालय द्वारा उन्हें 15 हज़ार रूपये वेतन देने के आदेश दिए गए थे लेकिन इन आदेशों पर अभी तक कम्पनी ने अमल नहीं किया है |कम्पनी प्रबंधन उन्हें कभी आठ हज़ार रूपये वेतन दे रही है तो कभी नौ हज़ार रुपए वेतन दे रही है | कम वेतन मिलने से सभी कर्मचारी बेहद परेशान है | इस लिए उन्होंने आज उपायुक्त सोलन को ज्ञापन सौंप कर उचित कार्रवाई की मांग की है | उन्होंने बताया कि आज 108 और 102 एबुलेंस कर्मियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एम्बुलेंस की चाबियां सौंप दी है | उन्होंने चेतावनी भी दी है कि जल्द कम्पनी प्रबंधन उनकी मांगों पर गौर करे और समय पर उनका वेतन दे | उन्होंने कहा कि उनका सामूहिक अवकाश तब तक जारी रहेगा जब तक कि उनकी मांगे मान नहीं ली जाती |
2020-11-16