हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव बलाना के रहने वाले सुरेंद्र जो कि सीआरपीएफ में छत्तीसगढ़ में सेना में कार्यरत थे. उनकी ड्यूटी के दौरान हर्दयगति रुक जाने की वजह से उनकी शहादत हो गई.
महेंद्रगढ़ के गांव बलाना में सीआरपीएफ के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचने पर पूर्व शिक्षा मंत्री सहित क्षेत्र के लोगों ने नम आंखों से शहीद को राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी. गांव बलाना के रहने वाले सुरेंद्र जोकि सीआरपीएफ में छत्तीसगढ़ में सेना में कार्यरत थे. उनकी ड्यूटी के दौरान हृदयगति रुक जाने की वजह से मौत हो गई.
जैसे ही उनके शहीद होने की खबर गांव में पहुंची तो वैसे ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई. आज उनका पार्थिव शरीर उनके गांव में पहुंचा तो वहां मौजूद सभी की आंखों से आंसू छलकने लगे.

शहीद को श्रदांजलि देने के लिये पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोगों के साथ साथ सीआरपीएफ की टुकड़ी भी वहां पहुंची. जहा उनका राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
शहीद के दो बेटों ने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि सुरेंद्र की शहादत से आज पूरा क्षेत्र शोक में हैरामबिलास शर्मा ने कहा कि हमारे भाई को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. वो अपने पीछे दो पुत्र छोड़कर कर गये हैं. जिनमें एक कि उम्र 11 व दूसरे की 7 साल है.