जंगल की आग से 11 पशुशालाएं राख, 15 मवेशी जिंदा जले

चम्बा जिले के तहत उपतहसील भलेई के दायरे में आने वाली सिमणी पंचायत के खजूरा गांव में हुई भीषण आगजनी से 11 पशुशालाएं राख हो गईं। पशुशाला में बांधे गए 11 परिवारों की 3 भैंसें, 7 गऊएं, 1 बैल,  2 बकरे व 2 भेड़ें समेत कुल 15 मवेशियों की जलने से मौत हो गई…

तेलका (इरशाद): चम्बा जिले के तहत उपतहसील भलेई के दायरे में आने वाली सिमणी पंचायत के खजूरा गांव में हुई भीषण आगजनी से 11 पशुशालाएं राख हो गईं। पशुशाला में बांधे गए 11 परिवारों की 3 भैंसें, 7 गऊएं, 1 बैल,  2 बकरे व 2 भेड़ें समेत कुल 15 मवेशियों की जलने से मौत हो गई है। वहीं घटना में 6 लोगों के घास व लकड़ी स्टोर भी जलकर राख हो गए हैं। प्रभावित परिवारों में कर्म चंद, सरोज कुमारी, पुष्पा देवी, शमशेर सिंह, देस राज, कंचना देवी, पूर्ण सिंह, दलीप कुमार, सुषमा देवी, संतोष कुमारी व निशुबाला की गऊशालाएं जलकर राख हो गई हैं। आग इतनी भयानक थी कि लोगों को कुछ भी बचाने का मौका नहीं मिला। इस घटना में 11 परिवारों का लगभग 6 लाख 40 हजार रुपए के नुक्सान का आकलन किया गया है।

जंगल में आग लगाने वाले का नहीं चला पता
आग शनिवार को भड़की, जिसका धुंआ रविवार दोपहर तक उठता रहा। लोगों ने आग की भेंट चढ़े पशुओं के अधजले शरीर को निकाला, जिसके बाद उन्हें दफना दिया। जंगल में आग किसने लगाई, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। आग लगने की सूचना मिलते ही आसपास के लोग गांव में पहुंच गए तथा आग को बुझाने में जुट गए लेकिन आग की लपटें इतनी ज्यादा थीं कि आग पर काबू नहीं पाया जा सका। 

चम्बा में आग की घटनाओं से वन विभाग को करोड़ों का नुक्सान
चम्बा में आग की घटनाओं  से अब तक जहां वन विभाग को करीब 4 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है तो वहीं आग की चपेट में आने से कई मकान जलकर राख के ढेर में तबदील हुए हैं। उधर, नायब तहसीलदार भलेई डीसी राम राणा ने बताया कि 11 परिवारों की पशुशालाएं जल गई हैं जबकि 6 गऊशालाओं में बंधे 15 मवेशियों की जलकर मौत हो गई है। प्रशासन की ओर से सभी प्रभावितों को 70 हजार रुपए की फौरी राहत दी गई है। 

जिला मार्कीट कमेटी अध्यक्ष ने लिया घटनास्थल का जायजा
जिला मार्कीट कमेटी के अध्यक्ष डीएस ठाकुर द्वारा घटना स्थल का जायजा लिया गया। इस मौके पर पहुंचकर उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि इस बारे में सरकार से प्रभावितों को मुआवजा दिया गया है। अन्य गौशाला बनाने के लिए भी हरसंभव सहायता दी जाएगी।