हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में कला और साहित्य से जुड़े लोगों के लिए अहम और बड़ी खबर है. शिमला में देश का अब तक के सबसे बड़े लिट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. कला और साहित्य से जुड़ी भारत सहित 15 देशों की बड़ी हस्तियां इसमें शामिल होंगी. 16 से 18 जून तक आयोजित होने वाले इस इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल का नाम ‘उन्मेषा’ रखा गया है. तीन दिवसीय इस फेस्टिवल में करीब 450 लेखक, आलोचक, ट्रांसलेटर सहित कला और साहित्य से जुड़े लोग हिस्सा लेंगे. हिमाचल प्रदेश के भी लगभग 35 लेखक इस फेस्टिवल में भाग लेंगे.
बड़े नामों में केरल और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के अलावा किरण बेदी, हाल ही में बुकर प्राइज जीतने वाली लेखक गीतांजलि श्री, गुलजार, प्रसून जोशी, सोनल मान सिंह, दीप्ति नवल, विशाल भारद्वाज जैसे नाम शामिल हैं. साहित्य अकादमी, संस्कृति मंत्रालय और हिमाचल प्रदेश भाषा एवं संस्कृति विभाग संयुक्त रूप से इस फेस्टिवल आयोजन कर रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश भाषा एवं संस्कृति विभाग के निदेशक डॉ.पंकज ललित ने News 18 को बताया कि ये देश का अब तक सबसे बड़ा लिटरेचर फेस्टिवल है. उन्होंने बताया कि देश में इससे पहले विभिन्न संस्थाएं ही इस तरह के लिट फेस्ट का आयोजन करती रहीं हैं, लेकिन इस बार भारत सरकार और साहित्य अकादमी ये आयोजन कर रही है, आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में इसका आयोजन किया जा रहा है.
पंकज ललित ने कहा कि ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में आयोजित किए जाने वाले इस फेस्टिवल में भारतीय भाषाओं पर फोक्स रहेगा. भारतीय भाषाओं में अब तक जो साहित्य लिखा गया है या अन्य राइटिंग्स हैं उन पर विचार विमर्श होगा. फेस्टिवल में हर रोज सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चार सत्रों का आयोजन किया जाएगा. इन सत्रों में विचार-विमर्श सत्र, चर्चा, रीडिंग सेशन, पोइटरी सेशन रखे गए हैं.
उपराष्ट्रपति आ सकते हैं शिमला
लोक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष फोक सेशन रखा गया है. प्रसिद्ध शास्त्रीय नर्तकी और पद्म भूषण से सोनल मान सिंह एक सत्र में प्रस्तुति देंगी. बुकर प्राइस विजेता गीतांजलि श्री एक सत्र को संबोधित करेंगी. इसके लिए 4 वेन्यू गेयटी थिएटर और एक वेन्यू टॉउन हॉल रखा गया है. उन्होंने बताया कि एक मकसद इस आयोजन का ये भी है कि इंडियन राइटिंग की पहचान दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाना है. निदेशक ने बताया कि फेस्टिवल के उद्घाटन के लिए देश के उप राष्ट्रपति से आग्रह किया गया है, अगर उनसे समय नहीं मिल पाया तो देश के संस्कृति मंत्री जी.कृष्ण रेड्डी उद्घाटन करेंगे.
एस.एल. भयरप्पा, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन, किरण बेदी, चंद्रशेखर कम्बार, कपिल कपूर, ए.सुर्या प्रकाश, राम नाइक, बलदेओ भाई शर्मा, बलवंत जानी, सुधा सेशयायन, विक्रम सम्पत, पिनाकी घोष, बुद्धिनाथ मिश्रा, विशाल भारद्वाज, गौतम घोष, रंजीत होसकोटे और साई प्रांजपेय शामिल होंगे.