15 साल के बच्चे ने लिखा था ‘काला चश्मा’, आज है पंजाब पुलिस में हेड कांस्टेबल

साल 2016 में आई कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और सिद्धार्थ मल्होत्रा स्टारर ‘बार बार देखो’ का ‘काला चश्मा’ सॉन्ग सुपरहिट रहा है. इस गाने पर बड़े-बड़े सेलेब्स से लेकर आम लोग भी खूब डांस करते हैं. इस पर वीडियो और रील्स बनाते हैं. यह रील्स और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं. हाल ही में ‘द क्विक स्टाइल’ नाम के एक डांस ग्रुप ने एक शादी में इस गाने पर परफॉर्म किया. गाने पर उनके डांसिंग मूव्स कमाल के थे. इसके वीडियो ने इंटरनेट पर धमाल मचा दिया. गाने की तरह इस डांस ग्रुप के परफॉर्मेंस वाले वीडियोज को लाखों व्यूज मिल रहे हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि मूल रूप से ‘काला चश्मा’ (Kala Chashmah) किसने लिखा था? लोगों ने इस गाने को खूब सुना और देखा है और उस पर डांस भी किया हैं. यह भी जानते हैं कि यह एक नया वर्जन है. यह गाना मूल रूप से 90 के दशक का पंजाबी गाना है. लेकिन, हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कपूरथला में पंजाब पुलिस में एक हेड कांस्टेबल, अमरिक सिंह शेरा भी इस सॉन्ग के राइटर्स में से एक हैं.

अमरिक सिंह शेरा ने इस गाने को 1990 में लिखा था. वह जालंधर के पास तलवंडी चौधरियान गांव के रहने वाले हैं और अब 43 साल के हैं. उन्होंने अंदाजा भी नहीं लगाया था कि इतने सालों बाद उनका गाना किसी फिल्म में आएगा. अमरिक ने साल 2016 में दिएं इंटरव्यू में कहा था, “2 महीने पहले, मुझे मेरे एक दोस्त का फोन आया कि एक चैनल पर ‘काला चश्मा’ चलाया जा रहा है. मुझे नहीं पता कि मुझे कैसा लगा. मैं खुश था, लेकिन जो कुछ भी हो रहा था, उससे मैं हैरान था.”

रिपोर्ट के मुताबिक, अमरिक सिंह शेरा ने डील पर साइन किए और उन्हें गाने के लिए केवल 11,000 रुपये मिले. उनका दावा है कि जालंधर स्थित एंजेल रिकॉर्ड कंपनी ने उनसे चार महीने पहले अन्य गीतों के लिए संपर्क किया था. उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया था कि मुंबई की एक कंपनी को सीमेंट फर्म के उद्घाटन पर मेरे गाने की जरूरत है. मैं सीमेंट कंपनी का नाम नहीं जानता. मुझे किसी ने नहीं बताया कि यह गाना किसी फिल्म में होगा.”

फिल्म के म्यूजिक लॉन्च पर होना चाहते थे शामिल

अमरिक सिंह ने कहा कि वह बुरा नहीं मानते, और कहते हैं कि उनके मन में किसी के लिए कोई बुरी भावना नहीं है और उनकी एकमात्र शिकायत है, “फिल्म इंडस्ट्री से किसी ने भी फिल्म के म्यूजिक लॉन्च या स्क्रीनिंग के दौरान मुझे मुंबई नहीं बुलाया. मैं बस वहां जाना चाहता था और सभी को बताना चाहता था कि पंजाब के एक छोटे से गांव के एक व्यक्ति ने गीत लिखा है.”

15 साल के थे अमरिक

अमरिक सिंह शेयर जब यह गाना लिखा था तब वह 15 साल के थे और 9वीं क्लास में पढ़ते थे. उनका कहना है कि उनसे उस समय कई सिंगर्स ने उनके लिखे सॉन्ग्स को रिलीज करने के लिए संपर्क किया था.