सोलन में घरेलू हिंसा के मामले बढ़ते जा रहे है। इन मामलों को जहाँ एक और महिला थाना वहीँ दूसरी ओर समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सुलझाने का प्रयास कर रहा है। सुरक्षा अधिकारी पीड़ित महिला और उनके परिवार के सदस्यों से बात करते है। मध्यस्थता करते हुए मामले को मौके पर सुलझाने का प्रयास किया जाता है। अगर पीड़ित महिला इस कार्रवाई से संतुष्ट होती है तो मामले को खत्म कर दिया जाता है। वहीँ अगर शिकायत कर्ता कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होती तो मामले को पुलिस के सपुर्द कर दिया जाता है।
अधिक जानकारी देते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के पर्यवेक्षक पदम देव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष में उनके पास 150 मामले घरेलू हिंसा के आए थे। जिस पर सुरक्षा अधिकारी द्वारा कार्रवाई अमल में लाई गई। और 74 मामलों में मध्यस्थता करते हुए उन्हें मौके पर ही सुलझा दिया गया। उन्होंने बताया कि बाकी मामलों पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा में विभाग द्वारा मध्यस्थता करते हुए मामलों को ज़्यादा तर सुलझाने का प्रयास किया जाता है। हिंसा करने वाले परिवार के सदस्यों को नसीहत और चेतवानी दी जाती है ताकि वह भविष्य में फिर से हिंसा न करें।