हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब करीब 56 लाख लोग मतदान करेंगे, क्योंकि वोटरों की संख्या बढ़कर 55,92,882 हो गई है। ढाई महीने के भीतर प्रदेश में 2,04,473 वोटर बढ़े हैं।
16 अगस्त को जारी की गई पहली वोटर लिस्ट में प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 53,88,409 थी। 10 अक्टूबर को जारी की गई दूसरी वोटर लिस्ट में मतदाताओं की संख्या 55,07,261 थी। 26 अक्टूबर को जारी की गई फाइनल वोटर लिस्ट में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 55,92,828 हो गई है। इनमें 67,559 सर्विस वोटर, 22 NRI वोटर, 38 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। प्रदेश में 10 अक्टूबर से लेकर 25 अक्टूबर तक 23,034 नए मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं।
18-19 साल के 1.23 लाख नए मतदाता बने
लोकतंत्र के महापर्व में 18 से 19 साल के 1,93,000 नए मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे। ढाई महीने के भीतर प्रदेश में युवा मतदाताओं की संख्या 1,23,219 बढ़ी है। 10 अक्टूबर को जारी की गई सूची में 18-19 आयु वर्ग के नए मतदाता की संख्या 69,781 थी। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या में 500 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 10 अक्टूबर को इनकी संख्या 56,001 थी, जो बढ़कर 56,501 हो गई है।
सुलह विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा और लाहौल स्पीति में सबसे कम वोटर
प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में से सुलह विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा वोटर है। यहां पर मतदाताओं की संख्या 1,04,486 है, जबकि लाहौल स्पीति में सबसे कम 24,744 मतदाता है।
मतदाता साल में 4 बार वोट बनवा सकेंगे
मतदाता सूची में नाम दर्ज करने के लिए अब लोग साल में 4 बार अपना नाम दर्ज करवा सकेंगे। जो व्यक्ति 17 साल के हैं, वह पहले ही मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए आवेदन कर सकेंगे, ताकि 18 साल के होने पर उनका नाम मतदाता सूची में जल्दी से दर्ज हो सके।