सिरसा. हरियाणा के फतेहाबाद में भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (INLD) की रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के फारूक अब्दुल्ला समेत विपक्ष के कई नेताओं ने मंच साझा किया. इस दौरान रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘हिंदुओं और मुसलमानों के बीच कोई लड़ाई नहीं है, वह (बीजेपी) अशांति पैदा करना चाहती है.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘मैं कांग्रेस समेत सभी दलों से एकसाथ आने की अपील करता हूं, तभी 2024 के लोकसभा चुनाव में वह (भाजपा) बुरी तरह हारेगी.’
वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने रैली में कहा, ‘आज देश की जो स्थिति बनी हुई है वो किसी से छुपी नहीं है. वो (भाजपा) लोग चाहते हैं कि इस देश का सब कुछ समाप्त हो जाए, केवल भाजपा, संघ और उनके कुछ साथी रह जाए. आज हम उन किसानों को धन्यवाद देते हैं, जिनके बेटे जवान(फौजी) हैं क्योंकि जवानों ने देश को बचाने का काम किया है. मैं आप लोगों का धन्यवाद करने आया हूं कि किसानों ने किसान आंदोलन कर संघियों को अच्छे से सबक सिखाने का काम किया.’
इससे पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जेडीयू के महासचिव के सी त्यागी, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल सहित कई दिग्गज नेता सिरसा पहुंचे और सभी नेताओं ने ओम प्रकाश चौटाला के साथ लंच किया. इसके बाद यह सभी नेता फतेहाबाद में हो रही ताऊ देवीलाल की 109वीं जयंती पर आयोजित सम्मान समारोह के लिए रवाना हो गए.
इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने देवीलाल को किसानों का नेता बताया. उन्होंने कहा कि देवीलाल के नेतृत्व में मुलायम सिंह, शरद पवार, नीतीश कुमार और हमने काम किया है. उन्होंने कहा कि ‘कोई तीसरा मोर्चा का गठन नहीं है. अगर भाजपा को हराना है तो 2024 में सभी विपक्षी पार्टियों जहां वो कांग्रेस हो चाहे टीएमसी हो या केसीआर हो या अन्य दल हों सभी को एक होना पड़ेगा.’
तीसरा मोर्चा फेल है और इस बार मजबूत पहला मोर्चा बनाने में नीतीश कुमार जुटे
उन्होंने कहा कि तीसरा मोर्चा फेल है और इस बार पहला मोर्चा बनेगा जिसको बनाने में नीतीश कुमार जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि 2024 में वे भाजपा के खिलाफ पूरी मजबूती से लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बिना पहला मोर्चा अधूरा है.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर के नेताओं को एक साथ आने की अपील कर रहे हैं. इसको लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव भी साथ आए गए और अब वह बिहार के साथ हरियाणा पंजाब में भी मोर्चा को मजबूत कर विपक्षी नेताओं को साथ लाने की कोशिश में हैं.