25 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र की गोली मारकर हत्या, खाली मकान में पड़ा मिला शव

बागपत जिले के बड़ौत में सिंडिकेट बैंक में लूट की घटना को अंजाम देने वाले हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है। हिस्ट्रीशीटर का शव खाली मकान में मिला है। साल 2019 में जितेंद्र ने बैंक में लूट की घटना को अंजाम दिया था।

मृतक का फाइल फोटो
मृतक का फाइल फोटो

बागपत जिले के बड़ौत के तुगाना गांव के सिडिकेट बैंक में लूट की घटना को अंजाम देने वाले कुख्यात बदमाश और 25 हजार के ईनामी हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी।

शव को कब्जे में ले लिया है। मृतक को तीन गोली मारकर हत्या की गई है। जितेंद्र को एक गोली सिर और दो गोली छाती में मारी गई है। हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई तहरीर नहीं आई है। पुलिस इस हत्याकांड के खुलासे में जुट गई।

मृतक जितेंद्र (35) पुत्र इंद्रपाल सूप गांव का रहने वाला था। गत देर रात लगभग 11 बजे उसका शव गांव के ही प्रवीण के खाली मकान में पड़ा। मृतक के सिर पर एक गोली और दो गोली सीने में लगी है। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। उधर सूचना पर रमाला पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया।

वर्ष 2019 में बैक में देता लूट की घटना को अंजाम

कुख्यात जितेंद्र ने साल 2019 में दो सितंबर को तीनों साथियों के साथ अपने घर पर बैंक लूट की योजना बनाई थी। साथी अरविंद ने तुगाना गांव में पहुंचकर घटना की रेकी की। फिर जितेंद्र बाइक पर हेलमेट लगाकर, संजीव और नितिन सफेद कपड़ा चेहरे पर लपेटकर बैंक में पहुंचे। घटना को अंजाम दिया।

 वहां से जितेंद्र साथियों के साथ अपने घर पर पहुंचा और डाक बंगले में लूटी गई रकम का बंटवारा किया था। जितेंद्र के हिस्से में 6.5 लाख रुपये और अरविद के हिस्से में 50 हजार रुपये आए थे।

एसपी ने किया था 25 हजार का इनाम घोषित
मृतक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र पर हत्या, लूट, चोरी के 12 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। एसपी ने 25 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था।

छत से कूदने के चक्कर में पैर में हो गया था  फ्रैक्चर
बैंक में लूट की घटना को अंजाम देने के बाद हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र को जब रमाला पुलिस गिरफ्तार करने गई थी तो पुलिस को देख मकान की छत से कूदकर भागने के चक्कर में बदमाश घायल हो गया। पुलिस ने उसे बड़ौत के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था।

जेल से छूटने के बाद एक साल गांव में रहा था 
बैंक लूट की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वह एक साल पहले जेल से छूट कर आया था और गांव में ही रह रहा था।