रूस के यूक्रेन पर हमला करने के साथ ही मंडी जिले में 32 परिवारों के अभिवावकों की धुकधुकी बढ़ गई है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडी जिला से संबधित 32 लोग पढ़ाई और रोजगार के लिए यूक्रेन गए थे जो रूस व यूक्रेम के बीच चल रही जंग में वहां पर फंस गए हैं। इतना ही नहीं यूक्रेन में फंसे मंडी के लोगों की फेहरिस्त धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं। स्वदेश लौटने के लिए अभी किसी भी प्रकार की हवाई सेवा यूक्रेन में मौजूद नहीं है। यूक्रेन सरकार द्वारा लोगों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की एडवाइजरी जारी की गई है। बता दें कि मंडी जिले के यूक्रेन में 32 लोग फंसे हुए हैं। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार उपमंडल गोहर से एक,बल्ह से 2, सुंदरनगर से 5,थुनाग से 4,सरकाघाट से 3,करसोग से 2,कोटली से एक,धर्मपुर से 3,मंडी शहर से एक,पधर से एक और जोगिंद्रनगर से 9 लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
सुंदरनगर के महादेव निवासी शारिरिक शिक्षक एवं पूर्व सैनिक कृष्ण चंद्र के घर का इकलौता चिराग रोहित कुमार यूक्रेन के विनीशिया में दूसरे सेमेस्टर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। उसे वापस लाने के लिए 2 दिन पहले ही 50 हजार रूपए टिकट के लिए भेजे हैं। जहां से वह अन्य बच्चों के साथ चार्टर्ड प्लेन के माध्यम से वापस लौटने वाले हैं। पहले उनकी फ्लाइट 25 फरवरी को तय हुई थी। लेकिन अब यूक्रेन की राजधानी कीव से 27 फरवरी को चार्टर्ड प्लेन उड़ान भरने की उम्मीद लगाई है। परिजनों ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम जयराम ठाकुर से यूक्रेन में फंसे सभी बच्चों को जल्द जल्द से जल्द स्वदेश लाने की अपील की है। रोहित का परिवार पूरा दिन टीवी के सामने बैठकर यूक्रेन में जारी घटनाक्रम में नजरें गड़ाए हैं। उनके माता-पिता कुछ समय बाद वीडियो कॉल कर बेटे से संपर्क साधते हैं। वहीं विनीशिया में रोहित कुमार के साथ एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे उत्तरप्रदेश के विकास यादव और राज्यस्थान के आशीष कुमार भी फंसे हुए हैं। इन दोनों युवाओं ने भी यूक्रेन से आपबीती साझा की है।