शिक्षा के क्षेत्र में करीब 36 साल का तजुर्बा प्राप्त दविंदर साहनी ने अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल (Arihant International School) में बतौर निदेशक कार्यभार संभाल लिया है, वो प्रधानाचार्य के पद की जिम्मेदारी को भी निभाएंगी।
1997 में शिक्षाविद दविंदर साहनी ने नामी शैक्षणिक संस्थान गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल पांवटा साहिब से अपनी शैक्षणिक यात्रा आरंभ की थी। 36 साल के लंबे कैरियर में योग्यता व क्षमता का परचम लहराते हुए अभूतपूर्व कार्य किए। अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की नवनियुक्त निदेशक को प्रधानाचार्य व अंग्रेजी प्रवक्ता के तौर पर लगभग तीन दशक का अनुभव प्राप्त है।
सीबीएसई द्वारा साहनी को रिसोर्स पर्सन के तौर पर भी नियुक्त किया गया। साथ ही उन्हें कैपेसिटी बिल्डिंग की कार्यशालाओं में शिक्षकों का मार्ग प्रशस्त करने का भी अनुभव हासिल है। गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल में शैक्षणिक काल के दौरान हरेक साल कई छात्रों ने बोर्ड परीक्षाओं में अंग्रेजी विषय में मैरिट प्राप्त की।
विद्यालय के महासचिव सचिन जैन ने कहा कि उन्हें अंग्रेजी के स्तर को बढ़ाने व छात्रों में अनुशासन को विकसित करने के क्षेत्र में सदैव अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। यही कारण है कि वह शिक्षिका के रूप में नहीं, बल्कि कार्य प्रबंधन की कुशलता के कारण विद्यार्थियों व अभिभावकों के बीच लोकप्रिय रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सकारात्मक सोच, कुशल प्रबंधन का लाभ अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल को मिलेगा।
उधर, नवनियुक्त निदेशक दविंदर साहनी ने बताया कि छा़त्रों के शैक्षणिक, बौद्धिक, नैतिक व सर्वांगीण विकास के लिए वो सदैव प्रतिबद्ध हैं।