कांग्रेस की कार्यकारिणी में शिमला जिले के 67 में से 38 पदाधिकारी

कांग्रेस की कार्यकारिणी में शिमला जिले के 67 में से 38 पदाधिकारी

कार्यकारिणी में प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा और मंडी को उनके आकार के हिसाब से प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है। इन जिलों को भी अन्य जिलों की तर्ज पर सही अनुपात में प्रतिनिधित्व न मिलने को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
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कांग्रेस हाईकमान ने भले ही नई कार्यकारिणी घोषित कर दी है। इसमें शिमला जिले के 38 पदाधिकारियों की ताजपोशी की गई है। प्रदेश कार्यकारिणी में 67 पदाधिकारी शामिल किए गए हैं। अगर शिमला संसदीय क्षेत्र की बात करें तो कार्यकारिणी में इससे सबसे ज्यादा 48 पदाधिकारी बनाकर प्रतिनिधित्व दिया गया है। 

प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा और मंडी को उनके आकार के हिसाब से प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है। इन जिलों को भी अन्य जिलों की तर्ज पर सही अनुपात में प्रतिनिधित्व न मिलने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के जिला मंडी में पार्टी मजबूती की जरूरत लंबे समय से की जा रही है।

इस बार भी हाईकमान ने मंडी जिले को ज्यादा तरजीह नहीं दी है। कांगड़ा जिले से भी पार्टी में उतना प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है, जिस अनुपात में शिमला को प्रतिनिधित्व दिया है। शिमला जिले से दो वरिष्ठ उपाध्यक्षों में से एक शिमला से संबंधित है।

प्रदेश कार्यकारिणी में कुल 15 महासचिव बनाए गए हैं। इनमें 9 महासचिव जिला शिमला से ताल्लुक रखते हैं। प्रदेश कार्यकारिणी में 41 सचिवों में से 20 सचिव जिला शिमला से हैं। इनके अतिरिक्त दो वरिष्ठ प्रवक्ता में से एक जिला शिमला से है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भी शिमला जिले से संबंधित हैं