श्रेयस अय्यर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के दूसरे मैच में शतक जड़ा है.
नई दिल्ली. भारत ने दक्षिण अफ्रीका को रांची में हुए दूसरे वनडे में 7 विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही भारत ने 3 वनडे की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली. भारत की जीत में श्रेयस अय्यर की अहम भूमिका रही. उन्होंने 113 रन की नाबाद पारी खेली. अय्यर उस समय बल्लेबाजी के लिए उतरे थे, जब भारत ने 48 रन के स्कोर पर 2 विकेट गंवा दिए थे. उन्होंने तीसरे विकेट के लिए ईशान किशन के साथ 155 गेंद में 161 रन की साझेदारी कर भारत की जीत की राह तैयार की. ईशान तो 7 रन से शतक चूक गए. लेकिन, अय्यर आखिर तक डटे रहे और भारत को जीत दिलाकर ही लौटे.
जिस तरह अय्यर ने रांची में शतक ठोका और वो नाबाद लौटे. उससे, भारतीय टीम मैनेजमेंट जरूर खुश होगा. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में अय्यर टीम इंडिया के उप-कप्तान हैं और टीम को जीत दिलाने के बाद ही वो पवेलियन लौटे. अय्यर ने पिछली 6 वनडे पारियों में 5वीं बार 50 प्लस स्कोर किया.
बीते 1 साल में अय्यर का प्रदर्शन शानदार रहा है. वो लगातार रन बना रहे हैं. हालांकि, वनडे के मुकाबले टी20 में उनका प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा. फिर, भी इस साल टी20 में सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में वो चौथे स्थान पर हैं. उन्होंने इस साल खेले 15 टी20 में 40 की औसत और 141 के स्ट्राइक रेट से 450 रन बनाए हैं. उन्होंने 4 अर्धशतक भी लगाए और वो 4 मौकों पर नाबाद लौटे. इस प्रदर्शन के बावजूद श्रेयस अय्यर टी20 विश्व कप के मुख्य स्क्वॉड में जगह नहीं बना पाए. उन्हें स्टैंडबाय के तौर पर रखा गया है.
अय्यर ने सेलेक्टर्स को सोचने पर किया मजबूर
हाल के दिनों में बल्लेबाजी में भारत की कमजोरी मिडिल ऑर्डर ही रहा है. फिर चाहें, वनडे हो या टी20. सूर्यकुमार यादव को छोड़ दें तो भारतीय बल्लेबाजी मिडिल ऑर्डर में कमजोर नजर आती है. ऐसे में अय्यर जिस तरह खेल रहे हैं, उससे मिडिल ऑर्डर की परेशानी हल होती दिख रही है. हालांकि, उन्हें टी20 विश्व कप की टीम में नहीं चुना गया है. लेकिन, जिस तरह उन्होंने लखनऊ वनडे में तेजर्तरार अर्धशतक लगाने के बाद रांची में शतक जड़ा है. वो देखकर तो सेलेक्टर्स भी कहीं न कहीं सोच में पड़ गए होंगे कि कहीं उन्हें टी20 विश्व कप के मुख्य स्क्वॉड में नहीं चुनकर गलती तो नहीं की.
श्रेयस का टी20 में स्ट्राइक रेट बेहतर नहीं
श्रेयस वनडे में तो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, टी20 में भी उनके बल्ले से रन निकल रहे हैं. लेकिन, स्ट्राइक रेट एक ऐसी वजह है, जो उनके टी20 विश्व कप की टीम में चुने जाने के आड़े आई. दूसरी श्रेयस सिर्फ बल्लेबाजी करते हैं. टी20 फॉर्मेट में ऐसे खिलाड़ियों की अहमियत ज्यादा होती है, जो बल्लेबाजी के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी भी कर पाए. यही कारण है कि दीपक हुडा को तो टी20 विश्व कप की टीम में जगह मिल गई. लेकिन, अय्यर को मौका नहीं मिल पाया. हालांकि, जिस तरह से उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में अब तक बल्लेबाजी की है. उससे जरूर, सेलेक्टर्स को सोचने पर मजूबर कर दिया है.