असम मूल की एक नाबालिग लड़की को मंडी जिला के नेरचौक में किसी समुदाय के शख्स को 40000 में बेच डाला है । इस संदर्भ में चाइल्ड हेल्प लाइन मंडी की टीम को 1098 पर शिकायत प्राप्त हुई और चाइल्ड हेल्प लाइन मंडी की टीम पुलिस की मदद से घटनास्थल पर पहुंची और नाबालिग को रेस्क्यू किया। नाबालिग की ओर से चाइल्ड हेल्पलाइन मंडी को सौंपी गई शिकायत में उसने बताया है कि वह बचपन से अनाथ है और उसे मंडी जिला के नेरचौक में किसी व्यक्ति को 40000 में यहां लाकर बेच दिया गया है। उसने यह भी बात साफ किया है कि उसके साथ यहां पर 15 से 18 और लड़कियों को लाया गया है। जब चाइल्ड हेल्प लाइन मंडी की टीम ने पुलिस की मदद से नाबालिग लड़की को रेस्क्यू करने के बाद पुलिस थाना रत्ती बल्ह में लाया गया, तो वहां पर लड़की के बयान दर्ज करके पुलिस आगामी कार्रवाई में जुट गई है।
वहीं, पुलिस का तर्क है कि लड़की को यहां पर उसकी चाची की मदद से लाया गया है और पुलिस असम में संपर्क साध कर इस मामले से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच करने में जुट गई है और पता लगाया जा रहा है कि लड़की की उम्र क्या है, जबकि लड़की ने सौंपी गई शिकायत में अपने आप को 17 साल नाबालिग बताया है । लड़की की शिकायत के आधार पर ही पुलिस ने चार लोगों को पूछताछ के लिए पुलिस थाना में हिरासत में लिया है, जिनसे पुलिस हर एंगल से गहनता से पूछताछ करने में जुट गई है। जल्द ही इस मामले से जुड़े हर पहलू से पर्दाफाश होगा। वही चाइल्ड हेल्प लाइन मंडी के जिला समन्वयक अच्छर सिंह का कहना है कि वह अवकाश पर हैं । लेकिन मंडी की टीम ने उन्हें इस घटना की सूचना दी है और चाइल्ड हेल्पलाइन मंडी की टीम ने पुलिस की मदद से असम की लड़की को रेस्क्यू कर लिया है । एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री का कहना है कि चाइल्ड हेल्पलाइन की शिकायत के बाद पुलिस ने लड़की को अरेस्ट करके थाने में लाया गया है, जहां पर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है । आसाम में संबंधित ग्राम पंचायत प्रधान से उम्र सहित अन्य तमाम बातों का सत्यापन करने में जुट गई है। जल्द ही इस घटना से जुड़े तमाम पहलू से रहस्य उठेगा। वर्तमान में चार लोगों को इस घटना से जुड़े होने की सूरत में थाना में पूछताछ के लिए लाया गया है।