Delhi Aiims :देश के सबसे बड़े मेडिकल संस्थान एम्स से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। AIIMS से 414 मरीज आधा इलाज छोड़कर अपनी मर्जी से चले गए हैं। मरीज बेहतर फील होने पर या इलाज से परेशान होकर एम्स छोड़कर जा रहे हैं। आइए इस रिपोर्ट के जरिए समझते हैं, आखिर क्या वजह है?
नई दिल्ली : पिछले पांच वर्षों में एम्स से 414 मरीज इलाज छोड़कर अस्पताल से अपनी मर्जी से चले गए। यह आंकड़ा चौंकाने वाला है। मेन एम्स से जहां 137 मरीज चले गए, वहीं एम्स के आरपी सेंटर से 277 मरीज बीच में इलाज छोड़कर चले गए। एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इस साल अब तक मेन एम्स में 25 और आरपी सेंटर से 47 मरीज इलाज छोड़कर बीच में जा चुके हैं। एम्स सूत्रों का कहना है कि इस पर रोक लगाना आसान नहीं है। कई बार मरीज पहले से बेहतर फील कर रहे होते हैं या लंबे समय से अस्पताल में भर्ती रहते हैं, ऐसे लोग इलाज बीच में छोड़कर चले जाते हैं। हालांकि इस पर निगरानी के लिए सिस्टम की जरूरत है। चेतन कोठारी द्वारा आरटीआई के तहत मांगे गए जवाब में इसका खुलासा हुआ है।
इसके मुताबिक, मेन एम्स में 2017 से अगस्त 2022 तक बीच में जाने वाले मरीजों की संख्या 137 रही है। जबकि आरपी सेंटर में 2017 से अक्टूबर 2022 तक जाने वाले मरीजों की संख्या 277 है। मेन एम्स में 2017 से 2022 तक जाने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा साल-2017 और 2019 में 29-29 मरीज शामिल हैं। यही नहीं, कोरोना काल में भी 10 मरीज अस्पताल में चल रहे इलाज को बीच में छोड़कर चले गए। इस साल अब तक 25 मरीज बिना बताए जा चुके हैं। मेन एम्स के डिपार्टमेंट के अनुसार, डेटा तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन मनोचिकित्सा (सायकियाट्री) विभाग से अब तक पांच सल में 11 मरीज बिना बताए जा चुके हैं, जबकि बच्चों के वॉर्ड से 4 मरीज इलाज छोड़कर जा चुके हैं। मनोचिकित्सा विभाग से इस साल अब तक 5 मरीज जा चुके हैं।
एम्स सूत्रों का कहना है कि मनोचिकित्सा विभाग में एडमिट मरीजों में से कई की मानसिक हालत ठीक नहीं होती है, उन पर नजर रखना जरूरी होता है। लेकिन बच्चों के वॉर्ड से मरीज का बिना बताए चले जाना चिंता की बात है।
साल | मेन एम्स से इलाज छोड़कर गए मरीज |
2017 | 29 |
2018 | 17 |
2019 | 29 |
2020 | 10 |
2021 | 27 |
2022 | 25 |
एम्स आरपी सेंटर: आरपी सेंटर में सबसे ज्यादा 69 मरीज 2019 में इलाज छोड़कर चले गए थे। इस सेंटर से 2020 में ऐसे 10 मरीज चले गए थे।
साल |
इलाज छोड़कर जाने वाले मरीजों की संख्या |
2017 |
46 |
2018 |
56 |
2019 |
69 |
2020 |
10 |
2021 |
49 |
2022 |
47 |