47 ने नहीं दी ज्वाइनिंग, 32 ने छोड़ी नौकरी, प्रदेश के युवाओं का कंडक्टर भर्ती से हुआ मोह भंग

प्रदेश के युवाओं का हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टर भर्ती को लेकर मोह भंग हो गया है। निगम में करीब आठ माह पहले घोषित किए कंडक्टर भर्ती में पास 47 युवाओं ने किसी भी डिपो में ज्वाइनिंग नहीं दी है। इसके अलावा 32 कंडक्टर डिपुओं से नौकरी छोडकऱ जा चुके हैं। इसका खुलासा आरटीआई के जरिए हुआ है।

ऐसे में प्रदेश के डिपो कंडक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। प्रदेश के कई डिपुओं में ड्राइवरों से कंडक्टर के तौर पर सेवाएं ली जा रही हैं। बता दें कि हिमाचल पथ परिवहन निगम कंडक्टरों की कमी से जूझ रहा है। यही कारण है कि वर्तमान में तैनात कंडक्टरों पर ड्यूटी का ज्यादा दबाव बढ़ रहा है। उन्हें समय पर अवकाश नहीं मिल रहे हैं।

इसके चलते कंडक्टर नौकरी के दबाव के चलते या फिर किसी दूसरी वजह से नौकरी छोडऩे को मजबूर हो रहे हैं। मंडी जिला के लक्ष्मीदत्त ने दस मार्च 2022 को आरटीआई के जरिए निगम से कंडक्टरों की भर्ती को लेकर सूचना मांगी गई थी, जिसमें कई खुलासे हुए हैं। आरटीआई में यह भी खुलासा हुआ है कि निगम में 439 पद कंडक्टरों के अभी तक रिक्त चल रहे हैं। यही कारण है

कि निगम के कई डिपुओं को मजबूरन ड्राइवरों से कंडक्टरों की डयूटी लेनी पड़ रही है। क्योंकि प्रदेश सरकार ने जब से प्रदेश के अंदर चलने वाली निगम की लोकल व लांग रूट बसों में महिलाओं को 50 फीसदी किराए में छूट दी है, उसके बाद प्रदेश भर में बंद पड़े लोकल रूटों को बहाल करने की लोग निगम से फरियाद कर रहे हैं, ताकि उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में छूट की सुविधा मिल सके। ऐसे में निगम के डिपुओं पर लोकल रूट बहाल करने का दबाब बढ़ता जा रहा है।