‘बॉबी’ (Bobby) साल 1973 की सबसे हिट फिल्म मानी जाती है. इस फिल्म की सफलता का फायदा सिर्फ फिल्ममेकर राज कपूर (Raj Kapoor) को ही नहीं हुआ था, बल्कि डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia), ऋषि कपूर (Rishi Kapoor), लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) और सुपरस्टार राजेश खन्ना को भी हुआ था. ये भी संयोग है कि लता मंगेशकर का जन्मदिन 28 सितंबर को होता है और उसी दिन फिल्म ‘बॉबी’ रिलीज की गई थी. लता दी के निधन के बाद आज पहली बर्थ एनिवर्सरी मनाई जा रही है तो वहीं फिल्म को रिलीज हुए 49 बरस बीत गए हैं. ‘बॉबी’ 28 सितंबर 1973 में रिलीज हुई थी, लता दी ने इस फिल्म के गानों को अपनी आवाज से हिट करवाया था. ‘बॉबी’ से जुड़े किस्से तो बताएंगे ही साथ ही लता जी के जन्मदिन पर फिल्म की शूटिंग के समय लता दी की पूरी टीम के साथ एक थ्रोबैक तस्वीर भी दिखाएंगे.
राज कपूर ने फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ की असफलता को पाटने के लिए अपने बेटे ऋषि कपूर को ‘बॉबी’ का हीरो बनाया था. टीनएज लव स्टोरी पर बनी फिल्म ‘बॉबी’ की सफलता ने न सिर्फ राज कपूर को जीवनदान दिया बल्कि ऋषि और डिंपल के करियर में भी मील का पत्थर साबित हुई. ‘मेरा नाम जोकर’ से जो नुकसान हुआ था उसे बॉबी ने पूरा कर दिया. वहीं कमसिन डिंपल कपाड़िया ने सनसनी फैला दी थी.
कृष्णा कपूर के बिक गए थे गहने
दरअसल, राज कपूर ने भारी-भरकम बजट में फिल्म बनाई थी ‘मेरा नाम जोकर’. फिल्म रिलीज हुई तो चली ही नहीं, राज कपूर को जबरदस्त घाटा हुआ, तमाम तरह के कर्जे हो गए. मीडिया की खबरों की माने तो कर्ज उतारने के चक्कर में राज कपूर की पत्नी कृष्णा कपूर को अपने गहने तक बेचने पड़े थे. कहते हैं कि फिल्म के घाटे से उबरने के लिए और अपने बेटे ऋषि को लॉन्च करने के मकसद से फिल्म ‘बॉबी’ बनाई. फिल्म जब रिलीज हुई तो जबरदस्त सुपरहिट हुई. ‘मेरा नाम जोकर’ की सारी असफलता धुल गई और लोग राज कपूर को महान डायरेक्टर मानने लगे. ये किस्सा तो हम सबने सुना है, लेकिन फिल्म के हीरो दिवंगत एक्टर ऋषि ने साल 2012 मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में फिल्म की कास्ट को लेकर खुलासा किया था.
बॉबी की पूरी टीम के साथ लता मंगेशकर. (फोटो साभार: Movies N Memories/Twitter)
राजेश खन्ना को देने के लिए राज कपूर के पास पैसे नहीं थे
ऋषि कपूर ने कहा था कि ‘एक गलत धारणा है कि मुझे एक एक्टर के तौर पर लॉन्च करने के लिए फिल्म बनाई गई थी. फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ के कर्ज की भरपाई करने के लिए ‘बॉबी’ बनाई गई थी. पिताजी एक टीनएज लव स्टोरी पर फिल्म बनाना चाहते थे और राजेश खन्ना को फिल्म में कास्ट करना चाहते थे लेकिन उन्हें देने के लिए पिताजी के पास पैसे नहीं थे’.
‘बॉबी’ के दौरान ही राजेश को डिंपल से मोहब्बत हुई
हालांकि राजेश खन्ना ने ‘बॉबी’ में काम नहीं किया लेकिन इस फिल्म के बाद ही उनकी जिंदगी भी बदल गई. फिल्म ‘बॉबी’ के रिलीज से पहले ही डिंपल कपाड़िया पर उस दौर के सुपर स्टार रहे राजेश खन्ना ऐसे रीझे कि शादी का प्रपोजल ही दे दिया. फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखे वाली डिंपल के लिए राजेश का प्रपोजल किसी सपने जैसा था. इसलिए ना कहने का सवाल ही नहीं था और इस तरह डिंपल ने राजेश से शादी कर ली. जबकि राजेश उस समय डिंपल से करीब 15 साल बड़े थे.
‘बॉबी’ के दौरान ही राजेश-डिंपल की शादी हुई
राजेश से शादी होने के बाद डिंपल खुद की दुनिया की सबसे खुशनसीब लड़की मानने लगी थीं, जिस सुपरस्टार की झलक पाने के लिए कभी वो उनके बंगले के बाहर खडी थीं वही जब हमसफर बन जाए तो सपने सच होने जैसा ही एहसास था. ‘बॉबी’ फिल्म की शूटिंग के दौरान ही डिंपल प्रेग्नेंट हो गईं. डिंपल जब ‘बॉबी’ के प्रीमियर पर पहुंची तो उनका बेबी बंप झलकने लगा था. शादी के करीब 8 महीने बाद फिल्म ‘बॉबी’ रिलीज हुई तो बॉक्स ऑफिस पर छा गई. डिंपल एक ऐसी फैंटेसी बन गई थी जिसका ख्वाब हर नौजवान देख रहा था.
‘बॉबी’ के हिट होते ही छा गई थीं डिंपल
शादी के बाद जब ‘बॉबी’ रिलीज हुई तो बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. रातों-रात डिंपल स्टार बन गईं. डिंपल को भी इस बात का एहसास नहीं था कि फिल्म इस कदर सफल हो जाएगी. लेकिन राजेश खन्ना ने शादी के साथ ही ये शर्त रख दी थी कि फिल्मों में काम नहीं करेंगी.
लता मंगेशकर ने गानों को करवाया हिट
‘बॉबी’ फिल्म के यूं तो कई गाने मशहूर हुए थे लेकिन ‘हम तुम एक कमरे में बंद हो और चाभी खो जाए’ को लोग आज भी गुगुनाते हैं. इस गाने का फिल्मांकन और लता मंगेशकर- शैलेंद्र सिंह की आवाज ने इसे सुपरहिट बना दिया था. फिल्म में संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने दिया था.