भले ही सिनेमा के दीवाने अन्य भाषाओं की शानदार फिल्मों को सब-टाइटल के सहारे देख लेते हों. लेकिन सच तो यही है कि जब तक फिल्म अपनी समझ वाली भाषा में ना हो तब तक इसे देखने का असली मज़ा नहीं आता. फिलहाल अल्लु अर्जुन की हाल ही में रिलीज फिल्म पुष्पा द राइज 1 ने जबरदस्त सफलता हासिल की है और इस सफलता में हिंदी पट्टी के दर्शकों की विशेष भूमिका रही है.
अब सोचिए अगर ये फिल्म हिंदी में ना डब हुई होती तो कितने हिंदी जानने वाले लोग इसे सिनेमा घरों में जाकर दक्षिणी भाषाओं में देखने जाते? इससे ही अंदाज लगा लीजिए कि डबिंग का क्या महत्व है. डबिंग भी एक तरह का चैलेंज ही है. अगर डबिंग बुरी हुई तो अच्छी खासी फिल्म का कचरा होने में समय नहीं लगता. ऐसे में ये जानना दिलचस्प होगा कि वे कौन से डबिंग आर्टिस्ट्स हैं जो हिंदी पट्टी के दर्शकों के लिए साउथ सिनेमा के स्टार्स की बेहतरीन आवाज़ बन जाते हैं:
1.श्रेयस तलपड़े
“पुष्पा, पुष्प राज, मैं झुकेगा नई…” पुष्पा फिल्म के ऐसे कई डायलॉग फिलहाल सोशल मीडिया पर धमाल मचाए हुए हैं. अल्लु अर्जुन जैसे साउथ के दमदार अभिनेता की हिंदी डबिंग के लिए किसी दमदार आवाज़ की ही जरूरत थी और अभिनेता श्रेयस तलपड़े ने इसे बहुत खूबसूरती से निभाया. जिस तरह से लोगों ने उनकी डबिंग को पसंद किया उसे देखकर उन्होंने हाल ही में ट्वीट करते हुए अपने प्रशंसकों से कहा था कि ‘आपके प्यार के लिए धन्यवाद! Pushpa Hindi में मेरी आवाज़ को जिस तरह की प्रतिक्रिया मिली है, उससे मैं बहुत ख़ुश हूं. अल्लु अर्जुन क्या रिकॉर्ड धमाका है! पुष्पा…झुक्केगा नहीं और ब्लॉकबस्टर नंबर…रुकेगा नहीं.’
2. संकेत म्हात्रे
अगर डबिंग की दुनिया में किसी को स्टार बनाने का चलन होता तो संकेत म्हात्रे डबिंग के सुपर स्टार के रूप में जाने जाते. उन्होंने सूर्या, महेश बाबू और अल्लु अर्जुन जैसे स्टार्स को अपनी आवाज़ दी है. इसके साथ ही उन्होंने कई हॉलीवुड फिल्मों के लिए भी हिंदी डबिंग की है. संकेत ने सूर्या की सोरारई पोटरु, कप्पन और जय भीम जैसी फ़िल्मों के लिए हिंदी डबिंग की है. वहीं उन्होंने अल्लू अर्जुन की डीजे, सर्रेनोडु और S/O Satyamurthy जैसी फिल्मों के लिए हिंदी डबिंग की है. वह महेश बाबू की द रियल तेवर, द रियल टाइगर और एनकाउंटर शंकर में हिंदी डब के लिए भी जाने जाते हैं.
3. शरद केलकर
शरद केलकर एक जाने माने अभिनेता हैं. इसके साथ ही वह एक शानदार डबिंग आर्टिस्ट भी हैं. उन्होंने कई चर्चित फिल्मों में वॉयसओवर और डबिंग की है. इनमें सबसे चर्चित है एस एस राजामौली के निर्देशन में बनी फ़िल्म बाहुबली. फिल्म के हिंदी वर्जन में सुनाई पड़ने वाली प्रभास की आवाज़ असल में शरद की है. इसके साथ ही शरद की लिस्ट में मैड मैक्स: फ़्यूरी रोड, एक्सोडस: गॉड्स एंड किंग्स, द रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज़, एक्स-मेन एपोकैलिप्स, गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी जैसी कई जानी मानी ऐसी फिल्में शामिल हैं जिसमें उन्होंने डबिंग की है.
ब्रह्मानंदम साउथ सिनेमा का एक जाना माना नाम हैं. उनकी हास्य भूमिका ने हिंदी पट्टी के दर्शकों को भी खूब लोट पोट किया है. उनकी हिंदी डब फिल्मों में जो आवाज़ है वो लगभग हर फिल्म में एक जैसी ही होती है, जिससे कई दर्शकों को लगता है कि ये ब्रह्मानंदम की ही आवाज़ है. उनकी अधिकतर फिल्मों के हिंदी डब वर्जन में अपनी आवाज़ देने वाले डबिंग आर्टिस्ट हैं विनोद कुलकर्णी. विनोद ने ब्रह्मानंदम के लिए Rebel, कंदिरीगा, दोसुकेल्था, आर्य 2 और पावर जैसी फ़िल्मों में अपनी आवाज दी है.
5. राजेश कावा
सुपरस्टार विजय और धनुष के लिए अपनी आवाज़ दे चुके राजेश कावा ने सुपर हीरो शहंशाह, तिरुमलाई, थंगा मगन, सिंघम 2, लिंगा 1 और ब्रह्मोत्सवम जैसी फिल्मों के हिंदी डब वर्जन में अपनी आवाज़ दी है.