500 स्कूलों में डीपीई के पद खाली

वरिष्ठ संवाददाता, शिमला

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में डीपीई के बिना 500 स्कूल चल रहे है। पीटीआई शिक्षकों की प्रमोशन न होने की वजह से व्यवस्था चरमर्रा गई है। एचजीटीयू के राज्य उपाध्यक्ष सतीश पुंडीर और अनुबंध से नियमित कर्मचारी संगठन के जिला अध्यक्ष नरेश शर्मा ने संयुक्त ब्यान में कहा है कि दो वर्ष के कोरोना के बाद आज कल प्रदेश में वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में खेल प्रतियोगिताएं चली हुई है। जिसमें 500 के लगभग वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बिना डीपीई के ही खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे है।

अगर इतनी बड़ी संख्या में बिना डीपीई के स्कूल भाग ले रहे है तो ये खेल मात्र औपचारिकता पूरी करने मात्र बन कर रह गई है। कहने को प्रदेश में खेल नीति लागू है।
प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षको ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर वर्ग के अध्यापकों की मांगों को पूरा किया है। लेकिन सरकार की नजरों में शारीरिक शिक्षक जिसमें डीपीई वर्ग छूट गया है, जिनकी अभी कोई भी मांग अभी पूरी नही हुई है। प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षको ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मांग उठाई है कि प्रदेश के सभी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में डीपीई के पद सृजित किए जाए। प्रदेश में इस समय 200 के लगभग प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षक ने अपनी पदोन्नति की राह ताक रहे है । वहीं आरोप है कि 500 के लगभग वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में डीपीई के पद सृजित नही होने से पदोन्नति नहीं हो रही है।