एटीएम के सीसीटीवी की नजर में न आ जाएं इसके लिए सबसे पहले वो इसे तोड़ते थे। इस गैंग के सदस्य किसी एक जगह ही ATM को निशाना नहीं बनाते थे। वो दिल्ली से असम और मिजोरम तक ट्रक में बैठकर एटीएम में सेंध लगाने के लिए निकल पड़ते थे। वो काफी समय तक पुलिस की पकड़ से दूर थे।
नई दिल्ली: ATM से पैसे चोरी, एटीएम तोड़कर पैसे लूटने की कई घटनाएं आपने सुनी होगी लेकिन इस गैंग का कारनामा कुछ अलग ही है। इस गैंग की नजर सिर्फ एक सिटी या स्टेट पर नहीं थी। देश के अलग- अलग राज्यों में इस गैंग ने एटीएम में सेंध लगाई और करोड़ों लेकर फरार हो गए। इस गैंग को एटीएम के रोमिंग लुटेरे कहा जाए तो गलत नहीं होगा। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, असम और मिजोरम के एटीएम में सेंध लगाने यह गैंग पहुंच गया। कई राज्यों की पुलिस को इस गैंग के सदस्यों की तलाश थी। दिल्ली पुलिस के जाल में इस गैंग के सदस्य फंस गए और पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस गैंग के 3 सदस्यों को पकड़ा है। डीसीपी जसमीत सिंह ने बताया कि सात राज्यों में एटीएम सेंधमारी के 25 मामलों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मुस्तकीम (27), गिरोह का सरगना, सम्मा खान (32) और मोहम्मद हसीन (23) को पकड़ा गया है। दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, असम, हरियाणा, राजस्थान और मिजोरम में एटीएम में सेंध लगाकर 2.25 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गए थे।
डीसीपी जसमीत सिंह ने कहा कि इनके बारे में इनपुट मिला और इंस्पेक्टर शिव कुमार की देख रेख में एक टीम बनाई गई। टीम को उनके मूवमेंट की जानकारी हुई। पश्चिमी दिल्ली के हरिनगर में इनकी कार को हमारी टीम ने घेर लिया। आरोपियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया। उनके कब्जे से पिस्तौल, सात जिंदा कारतूस और एक कार बरामद की गई। यह गिरोह 33 आपराधिक मामलों में शामिल था जिसमें एटीएम सेंध के 25 मामले थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सितंबर के पहले सप्ताह में मुस्तकीम गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ एक ट्रक पर असम के डिब्रूगढ़ गया और वहां एटीएम से 45.60 लाख रुपये लेकर फरार हो गया। गैस कटर से एटीएम काटते वक्त चिंगारी से आग भी लग गई थी । मुस्तकीम ने पुलिस को बताया कि असम से पहले, उसने दिल्ली में 3 और एक महाराष्ट्र के एक एटीएम में सेंध लगाई।
मुस्तकीम इतना शातिर था कि एटीएम सेंधमारी के 15 मामलों में अब तक उसे पकड़ा नहीं जा सका था। वह पिछले तीन साल से गिरफ्तारी से बच रहा था। उसे भगोड़ा अपराधी भी घोषित किया जा चुका था। वह पुलिस टीम पर भी एक हमला कर बच निकला था। पुलिस को इस मामले में भी इसकी तलाश थी।