शाम में पुलिस चौकी में घुस आया 7 फीट लंबा मगरमच्छ, पूरा स्टाफ निकलकर भागा; मचा हड़कंप

दमोह. दमोह जिले के तेजगढ़ थाना इलाके में बुधवार शाम उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक 7 फीट का मगरमच्छ अचानक इमलिया चौकी जा पहुंचा. उसे देख पुलिसवालों के होश उड़ गए. जैसे-तैसे सभी ने खुद को संभाला और मगरमच्छ से दूर किया. पुलिसवाले तुरंत चौकी से बाहर निकल आए और वन विभाग को सूचना दी. वन विभाग के अमले ने कड़ी मशक्कत के बाद उस पर काबू किया और नदी में छोड़ दिया. यह मगरमच्छ व्यारमा नदी से निकलकर पुलिस चौकी पहुंचा था. इस मामले में पुलिस का कहना था कि मगरमच्छ पानी के साथ कब अचानक बहकर आया पता ही नहीं चला.

गौरतलब है कि जिले कि व्यारमा नदी में रहने वाले मगरमच्छों की आबादी वाले क्षेत्रों में घुसपैठ की खबरें हमेशा मीडिया की सुर्खियों बनती हैं. मगरमच्छ व्यारमा नदी से निकल कर कभी आबादी वाले क्षेत्रों में देखे जाते हैं तो कभी शासकीय स्कूली परिसरों में घुस जाते हैं. दरअसल, जब भारी बारिश की वजह से नदियां उफान पर होती हैं तो वे मगरमच्छों सहित कई जीवों को तट तोड़कर सड़कों पर ले आती हैं. इन मगरमच्छों की वजह से कई बार दुर्घटनाएं भी होती हैं. हालांकि,  किसी बड़ी जन हानि की अभी तक कोई घटना यहां नहीं हुई, लेकिन मगरमच्छ का नदी से निकलकर सड़क पर आना ही लोगों के रोंगटे खड़े कर देता है.

भारी बारिश से जिला बेहाल
बता दें, लगातार भारी बारिश के चलते जिले की सुनार, व्यारमा, कोपरा और जुड़ी नदियां रौद्र रूप ले चुकी हैं. इसके चलते सुनार नदी के किनारे बसे हटा नगर पालिका के क्षेत्र के निचले वार्डों में अलर्ट जारी हुआ और लोगों को मकानों से बाहर निकाल लिया गया. प्रशासन ने हटा के पास बसे डीबर गांव को भी खाली करा लिया है. हटा के एक्सीलेंसी स्कूल और डाइट प्रशिक्षण केंद्र में राहत शिविर बनाया गया है. भारी बारिश के चलते हरद्वानी गांव में कृषि विभाग का तालाब फूटने से लोगों के घरों में पानी भर गया है.जिला मुख्यालय से कटा संपर्क
वहीं जिले की तेन्दूखेड़ा नगर परिषद में भी भारी बारिश के चलते लोगों के घरों में पानी भर गया और जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. वहीं जिले की तेन्दूखेड़ा नगर परिषद में भी भारी बारिश के चलते लोगों के घरों में पानी भर गया और जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. जिले में करीब एक सप्ताह से हो रही बारिश की वजह से चारों और पानी ही पानी हो गया है. आधा दर्जन बड़े नाले उफान पर हैं. इस वजह से कई जगहों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है.