कांगड़ा जिले के अंतर्गत 4 अलग-अलग स्थानों पर घटित हुईं आग की घटनाओं में लाखों रुपए का नुक्सान हो जबकि एक गौवंश की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार पहली घटना नूरपुर क्षेत्र की जाच्छ पंचायत के मच्छी भवन गांव में घटी। यहां केवल कृष्ण, कृष्ण लाल, सुशील कुमार, सतीश कुमार, संजीव कुमार की गऊशालाओं में आग लग गई। बताया जा रहा है कि इन उक्त सभी लोागों की गऊशालाएं साथ-साथ थीं। गऊशालाओं में 8 गौवंश के अलावा तूड़ी व लकड़ी भी रखी हुई थी। इस घटना में एक गौवंश की मौत हो गई। वहीं घटना की सूचना मिलने पर जाच्छ स्थित एनडीआरएफ व फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची तथा आग पर काबू पाया। इस घटना में लगभग 10 लाख रुपए के नुक्सान का अनुमान है। थाना प्रभारी कल्याण सिंह ने बताया कि आग के कारणों का पता लगाया जा रहा है। एसडीएम अनिल भारद्वाज ने पीड़ित परिवारों को 5-5 हजार की फौरी राहत राशि प्रदान की है।
गऊशाला में आग लगने से भैंस का बच्चा झुलसा
उधर, ज्वालामुखी के निकटवर्ती गांव गुम्मर में सुरिन्द्र कुमार की गऊशाला में दोपहर को अचानक आग लग गई, जिसमें तूड़ी, घास, घास काटने वाली मशीन भी जल गई। गऊशाला में एक भैंस का बच्चा भी आग की चपेट में आकर झुलस गया। गांववासियों ने आग पर काबू पाया और झुलसे भैंस के बच्चे का उपचार करवाया। वहीं गरली की ग्राम पंचायत मनियाला के तहत वार्ड नम्बर-4 रियाणा फ्लाटां में सुरेखा देवी पत्नी देवराज की पशुशाला में आग लग गई। इसमें लकड़ी व घास आदि जलकर राख हो गया।
सथाणा में 10 झोंपड़ियां राख में तबदील
फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सथाणा पंचायत में शुक्रवार को मजदूरों की 10 झोंपड़ियां राख हो गईं। शाहनहर में 52 नंबर गेट के पास ये प्रवासी लोग पिछले 40 वर्षों से रह रहे हैं। अग्निशमन विभाग तलवाड़ा की दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। तहसीलदार फतेहपुर ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।