मुख्यमंत्री सहारा योजना के तहत प्रदेश के सात मरीजों की विभाग की ओर से पैसा स्वीकृति होने से पहले ही मृत्यु हो गई। इनमें से चार मरीज़ हमीरपुर जिला के थे, दो मरीज ऊना जिला और एक मरीज बिलासपुर जिला का था। इन मरीज़ों ने मुख्यमंत्री सहारा योजना के तहत इलाज के लिए सरकार से सहायता मांगी थी, लेकिन जब तक इन मरीज़ों के लिए सरकार की ओर से पैसा स्वीकृति होने की प्रक्रिया पूरी हो पाती, तब तक इन मरीज़ों की मृत्यू हो गई थी। हिमालच प्रदेश में जो लोग गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और उनके पास इलाज करवाने के लिए पैसे नहीं हैं, उन लोगों के लिए सरकार की ओर से मुख्यमंत्री सहारा योजना शुरू की गई है।
इस योजना के तहत उन सभी लोगों का इलाज फ्री में करवाया जाएगा और साथ ही उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में 3000 रुपए की राशि भी प्रदान करवाई जाएगी, ताकि वे सभी गरीब लोग अपनी जरूरतों का सामान ले सकें। लोगों को योजना का लाभ देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 696141833 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। बिलासपुर जिला से पिछले तीन वर्षों में 1435, चंबा जिला के 1033, हमीरपुर जिला के 1819, कांगड़ा जिला के 7395, किन्नौर जिला के 106, कुल्लू जिला के 941, लाहुल-स्पीति जिला के 34, मंडी जिला के 6339, शिमला जिला के 864, सोलन जिला के 627, सिरमौर जिला के 723 और ऊना जिला के 22446 लोगों ने मुख्यमंत्री सहारा योजना का लाभ उठाया है। (एचडीएम)
विभागीय प्रक्रिया पूरी होने तक गए प्राण
इस योजना के तहत प्रदेश के 22 हजार से ज्यादा लोगों को लाभ मिल चुका हैं, लेकिन कुछ लोगों को विभागीय प्रक्रिया पूरी होने तक मौत का शिकार होना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के अंतर्गत अभी तक 22446 लोगों को लाभ मिल चुका है।
योजना पर कहां
कितना खर्च
जिला खर्च (रुपए में)
बिलासपुर 43158000
चंबा 31181000
हमीरपुर 59096000
कांगड़ा 293346000
किन्नौर 4459442
कुल्लू 26918000
ला.-स्पीति 1374000
मंडी 118234391
शिमला 38452000
सोलन 19539000
सिरमौर 19734000
ऊना 40650000
कुल 696141833