Cheetah Asha And Oban Released In Kuno: चीता आशा और ओबान को कूनो जंगल में छोड़ दिया गया है। पहली बार चीते भारत के जंगल में आजाद होकर घूम रहे हैं। इन दोनों को देखने के बाद अन्य चीतों को जंगल में छोड़ा जाएगा।
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शुरुआती चरण में एल्टन और फ्रेडी को छोड़ने की तैयारी थी, जिन्हें प्यार से रॉकस्टार कहा जाता है। लेकिन अधिकारी बड़े बाड़े में नवंबर महीने में एल्टन को नहीं पकड़ पाए थे। पर्यावरण और वन मंत्रालय की तरफ से गठित टॉस्क फोर्स ने यह निर्णय लिया था कि पहले चरण में ओबान और आशा को छोड़ने का फैसला किया था क्योंकि वे संभोग कर रहे थे। वन विभाग और चीता अनुसंधान दल के लोग उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि अगर उनमें से किसी को आवंछनीय माहौल की ओर बढ़ते देखा जाएगा तो उसे वापस लाया जाएगा।
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि नए वातावरण में ओबान और आशा की स्थिति के आधार पर अन्य चीतों को छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही अधिकारियों ने कहा कि उन्हें रेडियो टेलीमेट्री के जरिए निगरानी में रखा जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि एक बार जब सभी चीते बस जाते हैं और अपना टेरिटरी बना लेते हैं तो हम निगरानी थोड़ कम करेंगे। ऐसे हम लगातार उनकी स्थिति को देखते रहेंगे।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चीते का नाम आशा रखा था। यह एक जंगली चीता है, जिसे जुलाई 2022 में नामीबिया के ओटजीवरोंगो में चीता संरक्षण कोष केंद्र के निकट एक खेत में पकड़ा गया था। इसे नामीबिया से सात अन्य चीतों के साथ लाया गया था। 17 सितंबर को पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर इसे कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। वहीं, आशा को कूनो में छोड़े जाने के दौरान प्रेग्नेंट माना गया था। बाद में कहा गया कि उसका गर्भपात हो गया है। अब ओबान और आशा धीरे-धीरे कूनो अभ्यारण के माहौल में ढलेंगे।