SOLAN : फोरलेन निर्माण से जिला सोलन विकास की इबारत लिखने को तैयार है लेकिन यह विकास कई गरीब लोगों के लिए मानों विनाश लेकर आया है | जो उनका सपनों का आशियाना था या तो पूरी तरह से उजाड़ चुका है या उजड़ने की कगार पर है |
गरीब व्यक्ति अपना पेट काट काट कर अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए घर बनाता है ताकि उनके सर पर छत हमेशा बनी रहे | लेकिन इस क्षेत्र के रहने वाले 75 वर्षीय व्यक्ति हरिराम की किस्मत इतनी अच्छी नहीं रही ऐसा हम इस लिए कह रहे है क्योंकि हरिराम का सपनों का घर एनएचएआई की लापरवाही की वजह से गिरने को की कगार पर है | सड़क का पानी हरिराम के घर की और मोड़ दिया है |
जिसकी वजह से हरिराम के घर में मोटी मोटी दरारें पड़ गई है | उन्हें अब अपने ही घर में रहने से डर लग रहा है | वह पंचायत से लेकर उपायुक्त सोलन को इस बारे में अवगत करवा चुके है लेकिन अभी तक उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई है | ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा कि इस वृद्ध अवस्था में वह कहाँ जाएं |
वह उम्र के ऐसे पड़ाव में है ऊपर से उनके आगे पीछे देखभाल के लिए भी कोई नहीं है | एक बेटी थी उसका विवाह कर दिया है | अब हरिराम अपनी पत्नी के साथ इस घर में अकेले रहते है | आप को बता दें कि हरिराम पहले दिल्ली में रिसेप्शनिस्ट थे | वहां से जो पैसा मिला वह इस घर पर लगा दिया | अब उनका कोई आय का साधन नहीं है |
उन्हें और उनकी पत्नी को केवल 3000 रूपये नागरिक सुरक्षा योजना के तहत मिलते है | बस उसी से उनका गुजर बसर चल रहा है | हरिराम ने अपना दुःख मीडिया के समक्ष ब्यान करते हुए कहा कि वह अपने घर को लेकर बेहद चिंतित है |
उन्होंने बताया कि उनके घर का एक हिस्सा पूरी तरह बैठ चुका है और उन्हें डर है कि यह घर जल्द ही गिर सकता है
| क्योंकि फोरलेन से आने वाले पानी ने उनके घर की नीवं पूरी तरह से हिला दी है | उन्होंने कहा कि वह इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके है लेकिन अभी तक मौके का निरिक्षण किसी ने नहीं किया है |
इस लिए वह चाहते है कि जल्द उनकी इस समस्या पर गौर किया जाए और उन्हें उचित मुआवजा दिलवाया जाए | ताकि वह अपनी बजुर्ग पत्नी के साथ स्कून का जीवन जी सके |
वहीँ जब इस बारे में SDM SOLAN AJAY YADAV से पुछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में आज ही यह मामला आया है | इस लिए उनकी टीम मौके का मुआयना करेगी और जो भी त्वरित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी | उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से पता चला है कि वहाँ बजुर्ग दम्पत्ति रहते है इस लिए वह उनके मकान की हालत को देख कर जो मुआवजा नियमानुसार बनेगा वह दिया जाएगा | ताकि उन्हें फौरी राहत मिल सके |