लिफ्ट… अब आम जिंदगी का हिस्सा है. मॉडर्न दुनिया में बहुमंजिला इमारतों में एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर तक आने जाने के लिए लिफ्ट ही सबसे मुफीद तरीका है. लेकिन आए दिन लिफ्ट के फंसने और लिफ्ट के गिरने से जुड़ी घटनाएं सामने आती हैं. 14 सितंबर को अहमदाबाद में लिफ्ट के शाफ्ट के अंदर काम कर रहे 7 मजदूरों की मौत हो गई. ये घटना गुजरात विश्वविद्यालय के निकट एक स्थान पर हुई थी. इसी तरह महाराष्ट्र के ठाणे की एक इमारत की लिफ्ट में फंसे पांच लोगों को बचाया गया था, ऐसे में सवाल ये है कि आखिर कैसे जाना जाए कि जिस लिफ्ट का इस्तेमाल करने जा रहे हैं, वह सुरक्षित है कि नहीं? आइए जानते हैं…
इस बात का ध्यान रखें कि अगर लिफ्ट सही तरीके से फंक्शनल है तो ऊंचे फ्लोर का नंबर दबाने पर ऊपर जाएगी और नीचे के फ्लोर का नंबर दबाने पर नीचे. और अगर लिफ्ट खाली है तो रूकी रहेगी.
लिफ्ट में बेसमेंट से लेकर टॉप फ्लोर तक सभी नंबर होने चाहिए. लिफ्ट में क्लोज और बंद का बटन होना चाहिए. जब लिफ्ट बंद हो तो एलईडी डिस्प्ले में फ्लोर्स का नंबर दिखना चाहिए. साथ ही लिफ्ट को फ्लोर का नंबर भी अनाउंस करना चाहिए.
लिफ्ट को ज्यादा संकरा नहीं होना चाहिए उसमें पर्याप्त जगह होनी चाहिए ताकि लोग आराम से खड़े हो सके. साथ ही लिफ्ट यूज करने वालों के लिए ये जानकारी दी जानी चाहिए कि लिफ्ट कितना वजन उठा सकती है
अगर लिफ्ट के सभी बटन एक साथ कई बार दबा दिए जाए तो लिफ्ट को निचले फ्लोर की तरफ मूव करना चाहिए. जब डेंजर बटन को दबाया जाए तो लिफ्ट को सबसे नजदीकी फ्लोर पर खुल जाना चाहिए. लिफ्ट में उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए एक फैन और फोन बटन भी होना चाहिए.
सबसे पहली बात तो कि शांत रहें और घबराएं नहीं. घबराहट में सही फैसले नहीं ले पाते हैं. अकेले फंस गए हैं तो गहरी सांस लेते हुए खुद पर काबू पाएं. ऊंची बिल्डिगों में लिफ्ट हमेशा बंद नहीं रह सकती, किसी न किसी का ध्यान जाएगा ही. लिफ्ट में अगर पर्याप्त रोशनी नहीं है तो फोन में टॉर्च की रोशनी को जलाएं. फोन में सिग्नल है तो कॉल कर सकते हैं. लगातार फोन का टॉर्च ना जलाए रखें. फोन की बैटरी को सेव करें.
लिफ्ट में फंसने पर डोर ओपन बटन दबाएं अगर इससे काम न हो तो क्लोज का बटन दबाएं. कभी कभी दरवाजा ठीक से बंद नहीं रहता है तो लिफ्ट रूक जाती है. सबसे निचले फ्लोर का भी बटन दबा सकते हैं इससे भी लिफ्ट चालू हो जाती है. लेकिन, इन सबसे पहले ध्यान रखें कि लिफ्ट में लाइट है कि नहीं. बहुत सी लिफ्ट में कॉल और फोन बटन का ऑप्शन होता है. इसे दबाने पर कंट्रोल रूम या गार्ड रूम के जरिए बात हो जाती है.
मदद के लिए आवाज लगाएंः लिफ्ट के दरवाजे से झांककर देखें अगर थोड़ी बहुत भी रोशनी आ रही है तो आप आवाज लगा सकते हैं तो नहीं लिफ्ट के दरवाजे पर ठोक करके आवाज कर सकते हैं. लिफ्ट इमारत के अंदर है तो आवाज दूर तक जाती है. लेकिन शोर मचाते समय घबराएं नहीं या लिफ्ट के दरवाजे को नुकसान न पहुंचाएं.
क्या न करेंः लिफ्ट के दरवाजे को जबरन खोलने की कोशिश ना करें. लिफ्ट में उछल कूद न मचाएं. सबसे जरूरी बात याद रखें कि हर लिफ्ट की एक मास्टर चाबी होती है, जिसके जरिए गॉर्ड या कंट्रोलर आपको बाहर निकाल सकता है.