फिल्मों में काम करने का सपना लेकर रोजाना देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों युवा मुंबई की ओर रूख करते हैं. मगर, इनमें से कुछ ही अपने इस सपने को साकार कर पाते हैं. ऐसे में अगर कोई सितारा अचानक फिल्मी दुनिया को अलविदा कहता है तो दुनिया का हैरान होना तय है! आज हम आपके लिए ऐसे ही कुछ सितारों की एक लिस्ट लेकर आए हैं, जिन्होंने आध्यात्म के रास्ते के लिए अपने ऐक्टिंग का करियर छोड़ दिया:
1. सना खान
ऐक्टिंग का करियर छोड़ने के बाद सना खान गुजरात के मुफ्ती अनस सैयद से शादी कर अपनी नई जिंदगी शुरू कर चुकी हैं. अभिनय छोड़ने के बाद उन्होंने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि पिछले 7 साल से उनके मन में फिल्म इंडस्ट्री छोड़ना का विचार आ रहा था. पुरानी जिंदगी में उनके लिए कामयाबी कुछ और थी.
काम, पैसा और फैन फॉलोइंग ही उनके लिए कामयाबी थी. बाद में उन्हें समझ आया कि कामयाबी क्या है? असल में कामयाब इंसान वह है, जो अल्लाह की नजर में कामयाब है, न कि दुनिया की नजर में कामयाब है. मैं अल्लाह की नजर में कामयाब होना चाहती हूं. मेरा कहना है कि हम अल्लाह की नजर में कीमती बनें और लोगों के काम आएं.’
2. ज़ायरा वसीम
‘दंगल’ के लिए ‘नेशनल अवार्ड’ पाने वाली ज़ायरा वसीम ने भी फिल्म जगत को छोड़कर सबको हैरान कर दिया था. ज़ायरा ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था, ‘5 साल पहले किए गए एक फैसले ने मेरी ज़िंदगी बदलकर रख दी. मैंने फिल्म जगत में एंट्री ली और शोहरत हासिल की. मुझे युवाओं के रोल मॉडल के तौर पर देखा जाने लगा.किन्तु, अब जब मैंने इस इंडस्ट्री में पांच साल पूरे कर लिए हैं, तब मैं इससे खुश नहीं हूं.’
‘मैं भले यहां फिट हो रही हूं, लेकिन मैं यहां की नहीं हूं. यह मुझे मेरे ईमान से दूर कर रहा है. अभिनेत्री बनने के कारण मैं, इस्लाम से दूर होती जा रही हूं. मेरा यह सफर थकावट भरा रहा. मैं खुद से लड़ते हुए छोटी सी जिंदगी में इतना लंबा संघर्ष नहीं कर सकती. यही कारण है कि मैं इस क्षेत्र को छोड़ रही हूं. मैंने यह फैसला बहुच सोच-समझकर किया है. मुझे मेरा रास्ता मिल गया है. मैं अल्लाह की तरफ लौट रही हूं’.
3. अनु अग्रवाल
अनु अग्रवाल नाम से शायद बहुत से लोग परिचित ना हों, लेकिन जब अशिक़ी गर्ल कहा जाए तब हर किसी को इस नाम और चेहरे की पहचान हो जाएगी. जी हां हम बात कर रहे हैं पुरानी वाली अशिक़ी फ़िल्म की अभिनेत्री अनु की. अपनी पहली अशिक़ी से लोगों के दिलों पर छा जाने वाली अनु का जीवन एकदम बेफ़िक्रों वाला था. उन्हें फिल्में ज़्यादा नहीं मिलीं मगर फिल्मों से नाता नहीं टूटा था.
1996 में अपनी आखिरी फिल्म दी रिटर्न्स ऑफ़ ज्वैल थीफ करने के बाद उनका रुझान ट्रेवलिंग और योग की तरफ ज़्यादा रहने लगा. लेकिन 1999 में उनकी ज़िंदगी एकदम से बदल गई. उनका एक खतरनाक कार एक्सिडेंट हुआ. बहुत सारी गंभीर चोटें आईं, 29 दिनों तक कोमा में रहीं और जब पूरी तरह ठीक हो कर लौटीं तो उन्होंने सन्यास लेने का फैसला कर लिया. इसके बाद से उनके जीवन में सिर्फ़ अध्यात्म और योग ही है.
4. सोफ़िया हयात
सोफ़िया एक प्रसिद्ध मॉडल रही हैं. सितंबर 2013 में एफ एच एम मैगज़ीन ने दुनिया की सबसे ज़्यादा कामुक औरतों की सूची तैयार की थी. इस सूची में सोफिया 81वें पायदान पर थीं. इसके अलावा सोफिया बिग बॉस के 7वें सीज़न में भी नज़र आ चुकी हैं. इन्होंने कुछ एक फिल्मों में भी काम किया था. ये आगे अपना करियर बना सकती थीं लेकिन 2016 में सोफिया ने अचानक ही ये एलान कर दिया कि वह अब अध्यात्म के मार्ग पर चलेंगी. इसके बाद सोफिया नन बन गईं. उन्होंने अपना नया नाम रखा गिया सोफिया मदर.
5. ममता कुलकर्णी
ममता कुलकर्णी 90 के दशक की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो तीनों खान के साथ काम कर चुकी हैं. साल 1993 में आई फिल्म ‘आशिक आवारा’ से उन्होंने फैंस के बीच एक खास पहचान बनाई थी. आगे उन्होंने ‘वक्त हमारा है’, ‘क्रांतिवीर’, ‘करण अर्जुन’ और ‘सबसे बड़ा खिलाड़ी’ जैसी कई फिल्में अपने फैंस को दीं, ममता कुलकर्णी ‘ड्रग रैकेट’ जैसे कई विवादों को लेकर सुर्खियों में रहीं. ममता ने एक मैगजीन के कवर के लिए टॉपलेस फोटो शूट भी करवाया था. इस सबके बीच ममता ने एक दिन अचान ग्लैमर से भरी लक्जरी लाइफ को छोड़कर साध्वी बनना पसंद किया. ममता के अनुसार, वो भगवान की सेवा के लिए ही बनी हैं.
6. विनोद खन्ना
विनोद खन्ना भले ही इस दुनिया में ना रहे हों लेकिन अपनी फिल्मों के माध्यम से उनकी अदाकारी आज भी लोगों के ज़हन में ज़िंदा है. उनके पिता उनके फिल्मों में काम करने के खिलाफ थे लेकिन फिर भी वह फिल्मी दुनिया में आए. एक खलनायक के रूप में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले विनोद खन्ना ने अपने अभिनय के दम पर सफलता प्राप्त की. एक समय ऐसा था जब अमिताभ से ज़्यादा लोकप्रिय थे विनोद खन्ना.
कामयाबी के शिखर पर पहुंच कर उन्होंने अचानक से ही सांसारिक मोह माया त्याग दी और ओशो की शरण ले ली. उनका इस तरह से फिल्म जगत को अलविदा कहना उस समय हर किसी के लिए आश्चर्य की बात थी. सफलता की ऊंचाईयों को छोड़ कर वह ओशो के आश्रम में माली से लेकर और अन्य कई छोटे मोटे काम तक करते थे. विनोद खन्ना कुछ साल बाद फिल्मी दुनिया में लौट आए थे, मगर पहले जितने असरदार नहीं रहे.
7. बरखा मदान
बरखा मदान टीवी से लेकर फिल्मों तक में अभिनय कर चुकी हैं. इसके साथ ही वो दो फिल्मों की प्रोड्यूसर भी रह चुकी हैं. उनकी ज़िंदगी में ऐसी कोई दिक्कत नहीं थी जिससे उनका फिल्मी दुनिया से मोह भंग हो जाता लेकिन इसके बावजूद उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाने का मन बनाया और एक नन बन गईं.
2002 में धर्मशाला में एक इवेंट के दौरान जब उन्होंने दलाई लामा जोपा रिपोंचे को सुना उनके बाद से उनके मन में नन बनने का खयाल आया. 10 साल तक सोचने विचारने के बाद 2012 में बरखा काठमांडू स्थित बौद्ध मठ में बौद्ध धर्म अपनाते हुए नन बन गईं. 4 नवंबर 2012 को बरखा ने संन्यास ले लिया.
1994 में मिस इंडिया की प्रतियोगी तथा अपनी फिल्म के लिए विदेश में पुरस्कार जीत चुकी बरखा अब फिल्मी दुनिया की चकाचौंध से दूर अपना समय धर्मशाला में मेडिटेशन करते हुए या फिर बौद्ध गया के तारा चिल्ड्रेन प्रोजेक्ट में HIV ग्रस्त बच्चों की सेवा करते हुए बिताती हैं.
8. सुचित्रा सेन
सुचित्रा सेन हिन्दी एवं बांग्ला फ़िल्मों का एक जाना-माना नाम थीं. उन्होंने अपना फिल्म करियर 1952 में फिल्म शेष कोथाय से शुरू किया था. सुचित्रा पहली भारतीय अभिनेत्री थीं, जिन्हें अपने अभिनय के लिए किसी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड से नवाजा गया था. हिन्दी में उन्होंने पहली फिल्म दिलीप कुमार के साथ देवदास की की थी.
अपने दौर को वो एक चमकता सितारा थीं, जो बहुत आगे जा सकता थी, लेकिन वह अचानक भारतीय फिल्म जगत से गायब हो गईं. बाद में पता चला कि उन्होंने वैराग्य धारण कर लिया और 2013 में अपनी आंखें हमेशा के लिए मूंद लीं. सुचित्रा ने सिर्फ 7 हिंदी फिल्मों में काम किया था जबकि उन्होंने 53 बांग्ला फिल्मों में काम किया था
9. August T Jones
सिर्फ़ भारतीय सेलेब्स ही नहीं, बल्कि कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने भी धार्मिक कारणों से अपने फिल्मी करियर को छोड़ दिया. August T Jones इसका एक बड़ा उदाहरण हैं.