24 दिन में 9वीं घटनाः प्लेन के अगले पहिए में खामी से स्पाइसजेट की दुबई-मदुरै फ्लाइट में देरी

नई दिल्ली. स्पाइसजेट की दुबई-मदुरै उड़ान में सोमवार को बोइंग बी 737 विमान के अगले पहिए के ठीक से काम नहीं करने की वजह से देरी हुई. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सोमवार की घटना स्पाइसजेट में गत 24 दिनों में विमान में तकनीकी खामी आने की नौवीं घटना है.

डीजीसीए ने छह जुलाई को 19 जून से तब तक विमान में तकनीकी खामी की घटित आठ घटनाओं पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था. उड्डयन नियामक ने कहा था कि सस्ती सेवा प्रदाता कंपनी सुरक्षित, प्रभावी और विश्वसनीय हवाई सेवा मुहैया कराने में ‘असफल’ रही है.

डीजीसीए अधिकारी ने रेखांकित किया कि सोमवार को बोइंग बी 737 मैक्स विमान जिसका पंजीकरण संख्या वीटी-एसजेडके है, से मंगलुरु-दुबई उड़ान का परिचालन किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि विमान के उतरने के बाद इंजीनियर ने निरीक्षण किया और पाया कि अगले पहिए सामान्य से अधिक दबे हुए हैं.

अधिकारियों ने रेखांकित किया कि इंजीनियर ने इसके बाद विमान के उड़ान भरने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि विमानन कंपनी ने दूसरा विमान मुंबई से दुबई के लिए रवाना किया ताकि उससे दुबई-मदुरै की उड़ान का परिचालन किया जा सके.

रनवे पर स्पाइसजेट एयरलाइंस का एक विमान. (फाइल फोटो)

इस मामले पर स्पाइजेट के प्रवक्ता ने कहा, ’11 जुलाई 2022 को स्पाइजेट की उड़ान संख्या एसजी23 जिसका परिचालन दुबई से मदुरै के लिए होता है, में आखिरी समय में तकनीकी खामी की वजह से देरी हुई. यात्रियों को भारत लाने के लिए तत्काल वैकल्पिक विमान को भेजा गया.’ प्रवक्ता ने बताया, “किसी भी विमानन कंपनी की उड़ानों में देरी हो सकती है. विमान में सुरक्षा खामी संबंधी कोई घटना नहीं हुई.”

एयरलाइंस की ओर से यह बयान एसे समय में आया है, जबकि कुछ दिनों पहले ही बीते 6 जुलाई को कंपीन के अध्यक्ष एवं सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अजय सिंह ने कहा था कि उनकी विमानन कंपनी उड़ानों के पहले विमानों के निरीक्षण की प्रक्रिया को मजबूत बनाएगी और दोगुनी सावधानी बरतेगी. विमानन कंपनी के विमानों में पिछले 18 दिनों में तकनीकी खराबी की आठ घटनाओं के बाद विमानन नियामक डीजीसीए ने 6 जुलाई को स्पाइस जेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.

सिंह ने एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए उनके (डीजीसीए) साथ मिलकर काम करेंगे कि अगर उन्हें ऐसा लगता है कि हमारी प्रणाली में कोई खामी हैं, तो हम उन्हें दूर करेंगे. सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण और कुछ भी नहीं है.’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में जो भी घटनाएं हुई हैं, उनका कलपुर्जों की कमी से कोई लेना-देना नहीं है.