चित्रकूट में प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी ऐतिहासिक गधों का मेला लगा है, जिसमें अलग-अलग नस्लों के पांच हजार गधे पहुंचते हैं। इस मेले में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार के विभिन्न जिलों के व्यापारी गधों की खरीद-बिक्री करने आते हैं।
चित्रकूट में धनतेरस से दूज तक दीपदान उत्सव मनाया जाता है। दीपावली के दूसरे दिन ‘गधा-मेला’ लगता है। मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष मुन्नालाल त्रिपाठी ने बताया कि हर साल मंदाकिनी किनारे लगने वाले इस खास मेले में 5 हजार गधे इकट्ठा होते हैं।
यहां जिनती भीड़ इनके खरीददारों की होती है, उससे दोगुना लोग इन्हें देखने आते हैं। मेले की व्यवस्था का जिम्मा नगर पंचायत उठाती है। मेला एमपी-यूपी बॉर्डर पर लगता है। इसका फायदा दोनों राज्यों को मिलता है। मंदाकिनी पुल से बाईं तरफ मैदान पर मेला लगता है।
हर गधे की एंट्री फीस 300 रुपए
गधों की बिक्री के लिए चार राज्यों से व्यापारी आते हैं। बोलियां लगाकर बेचे जाते हैं खच्चर। 30 रुपए प्रति खूंटा जानवर के बांधने के लिए लिया जाता है। दिवाली के दूसरे दिन चित्रकूट में एक अलग रौनक है। मंदाकिनी नदी के किनारे गधा मेले में सलमान, शाहरुख, रणबीर और ऋतिक फिल्मी स्टार के नाम वाले गधे बिकने आए हैं।
300 साल पहले औरंगजेब शासनकाल से चली आ रही है परंपरा
बिहार के पशु व्यापारी मुश्ताक अहमद बताते हैं कि 15 साल से मेले में जानवरों को बेचते रहे हैं। औरंगजेब ने इसी मेले से अपनी सेना के बेड़े में गधों और खच्चरों को शामिल किया था। मुश्ताक मेले में आठ पशुओं को लेकर आए हैं। इनमें सबसे महंगा गधा सलमान है, जिसकी कीमत 1.5 लाख है।
बिहार के पशु व्यापारी मुश्ताक अहमद बताते हैं कि 15 साल से मेले में जानवरों को बेचते रहे हैं। औरंगजेब ने इसी मेले से अपनी सेना के बेड़े में गधों और खच्चरों को शामिल किया था। मुश्ताक मेले में आठ पशुओं को लेकर आए हैं। इनमें सबसे महंगा गधा सलमान है, जिसकी कीमत 1.5 लाख है।
खास वजह से दिया जाता फिल्म स्टार्स का नाम
मंदाकिनी तट पर हर साल लगने वाले इस मेले में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार के पशु व्यापारी शामिल होते हैं। वहीं, इन जानवरों के खरीददार देशभर से आते हैं। यहां पहुंचे व्यापारियों ने बताया कि यहां गधों की पहचान फिल्मी कलाकारों के नाम से होती है। मेले में आने वाले व्यापारियों का मानना है कि बॉलीवुड कलाकारों का नाम देने से गधों की बिक्री बढ़ जाती है।
मंदाकिनी तट पर हर साल लगने वाले इस मेले में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार के पशु व्यापारी शामिल होते हैं। वहीं, इन जानवरों के खरीददार देशभर से आते हैं। यहां पहुंचे व्यापारियों ने बताया कि यहां गधों की पहचान फिल्मी कलाकारों के नाम से होती है। मेले में आने वाले व्यापारियों का मानना है कि बॉलीवुड कलाकारों का नाम देने से गधों की बिक्री बढ़ जाती है।
मेले में पहुंचे एक व्यापारी ने बताया कि अच्छी नस्ल और बढ़िया कद-काठी वाले खच्चर का नाम सलमान रखा गया है। ज्यादा भार ढोने वाले गधों को ऋतिक और रणबीर का नाम दिया जाता है। फुर्तिलें खच्चरों को शाहरुख के नाम से बुलाया जाता है। इस बार तीन दिन में दो करोड़ के गधे बिकने की संभावना है।
ये है गधों का रेट
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सलमान 1 से 2 लाख रुपए
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शाहरुख 90 हजार रुपए
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ऋतिक 70 हजार रुपए
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रणबीर 40 हजार रुपए
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राजकुमार 30 हजार रुप