कुल्लू जिले की गड़सा घाटी के शियाह गांव में देवता जमदग्नि ऋषि के नवनिर्मित नक्काशीदार काष्ठकुणी शैली का बना साढे़ तीन मंजिला भंडार गृह (कोठी) में आग लग गई है। आगजनी से लगभग 80 लाख का अनुमानित नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में देवता जमदग्नि ऋषि की कोठी में आग लग गई। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। आग लगने की घटना में 80 लाख रुपये का नुकसान हो गया।
जानकारी के अनुसार, कुल्लू जिले की गड़सा घाटी के शियाह गांव में देवता जमदग्नि ऋषि के नवनिर्मित नक्काशीदार काष्ठकुणी शैली का बना साढे़ तीन मंजिला भंडार गृह (कोठी) में आग लग गई है। घटना सोमवार रात करीब 11:00 बजे की है। आग लगने से पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लकड़ी के बने भंडार गृह में आग और भी तेजी से फैल गई।
जानकारी के अनुसार, कुल्लू जिले की गड़सा घाटी के शियाह गांव में देवता जमदग्नि ऋषि के नवनिर्मित नक्काशीदार काष्ठकुणी शैली का बना साढे़ तीन मंजिला भंडार गृह (कोठी) में आग लग गई है। घटना सोमवार रात करीब 11:00 बजे की है। आग लगने से पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लकड़ी के बने भंडार गृह में आग और भी तेजी से फैल गई।
आग की सूचना अग्निशमन कुल्लू को भी दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची अग्निशमन की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आगजनी से लगभग 80 लाख का अनुमानित नुकसान हुआ है। जिसमें मंदिर के भंडार गर्भ का भीतरी हिस्सा पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है।
अग्निशमन विभाग ने करीब दो करोड़ की संपति को बचाया है। जिसमें गांव में आपस में सटे कई मकान भी शामिल हैं। अग्निशमन विभाग कुल्लू के अधिकारी सरनपत बिष्ट ने कहा कि आग पर काबू पा लिया है।