मंगल ग्रह की सतह के ठीक नीचे वैज्ञानिकों को एक विशाल जलाशय मिला है. मंगल ग्रह पर छान बीन कर रहे ट्रेस गैस ऑर्बिटर (Trace Gas Orbiter, TGO) ने इस जलाशय का पता लगाया है. ग्रह के Valles Marineris क्षेत्र में ये पानी ग्रह की ऊपरी सतह के ठीक नीचे छिपा हुआ था.
कैसे मिला जलाशय?
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रिपोर्ट के अनुसार जलाशय 45,000 वर्ग किलोमीटर पर फैला हुआ है. ये लगभग हरियाणा राज्य और नेदरलैंड्स देश जितना बड़ा है. स्पेस्क्राफ़्ट पर लगे Fine Resolution Epithermal Neutron Detector (FREND) टेलिस्कोप ने ये खोज की.
FREND टेलिस्कोप को Valles Marineris क्षेत्र बड़ी मात्रा में हाईड्रोजन मिला. ये मान लिया गया कि ये हाइड्रोजन पानी के मालिक्यूल्स से ही जुड़े होंगे.
मंगल ग्रह पर पानी की मौजूदगी की हो चुकी है पुष्टि
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बता दें कि वैज्ञानिकों ने पहले ही मंगल ग्रह पर पानी का पता लगा लिया था. अब तक शोधार्थी और वैज्ञानिक मंगल ग्रह के ध्रुवीय क्षेत्रों में ही शोध कर रहे थे, जहां पानी बर्फ़ के आकार में मौजूद है. इस खोज ने शोधार्थियों और वैज्ञानिकों के रिसर्च का दायरा बढ़ा दिया. मार्शियन इक्वेटर (Martian Equator) पर भी वॉटर आइस (Water Ice) के होने की पुष्टि हो चुकी है.
स्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ़ द रशियन अकैडमी ऑफ़ साइंसेज़, मॉस्को के Igor Mitrofanov के मुताबिक, ‘TGO की मदद से ग्रह की धूल भरी ऊपरी सतह से लगभग 1 मीटर नीचे देखा जा सकता है. पहले ऐसा संभव नहीं था.’