दो प्रांतों के बीच कुछ ऐसा बंटा एक घर, रसोई से कमरे तक जाने में पार करना पड़ता है बॉर्डर

सीमा विवाद का निपटारा होने में सालों या उम्रभर लग जाती है. वह सीमा मर्यादा वाली हो जमीन जायदाद की हो या फिर घर की. लेकिन एक घर ऐसा है जिसका सीमा विवाद केवल भाई यह बिरादरी तक नहीं बांटा बल्कि वो तो दो प्रांतों के बीच ऐसा बढ़ गया है कि सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है जिसका खामियाज़ा परिवार को भुगतना पड़ता है हालांकि जिन राज्यों के बीच यह बंटे हैं उनकी योजनाओं का लाभ भी इन्हें भरपूर मिल जाता है.

भारत में एक घर ऐसा है जो दो राज्यों के बीच बंट गया है किचेन एक राज्य में है तो बेडरूम पड़ता है दूसरे प्रांत में. सुनने में ये स्थिति असमंजस वाली है. क्योंकि इस घर में रहने वालों को दोनों राज्यों में टैक्स भरना पड़ता है. हालांकि योजनाओं का लाभ भी दोनों प्रदेश का मिलता है इन्हें. तभी तो दोनों ही राज्य इस घर पर अपना अपना दावा लंबे वक्त से कर रहे हैं. महाराष्‍ट्र और तेलंगाना की सीमा पर बसा है घर.

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दो राज्यों के बीच फंसे घर की अजब है कहानी
महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्य की सीमा पर बना घर चर्चा में है. घर का आधा हिस्सा महाराष्ट्र में है तो आधा तेलंगाना में पड़ता है. सुनकर अजीब लगेगा लेकिन घर का किचेन तेलंगाना में पड़ता है जबकि बेडरूम और हॉल वाला एरिया महाराष्ट्र में. दरअसल महाराजगुडा नाम का एक गांव तेलंगाना और महाराष्ट्र के बॉर्डर पर पड़ता है. गांव में 10 कमरों वाला एक घर है जिसमें पवार परिवार रहता है. इस परिवार के घर के चार कमरे तेलंगाना में पड़ते हैं जबकि बाकी चार महाराष्ट्र राज्य की सीमा में लग जाते हैं. ये परिवार यहां सालों से रह रहा है. दो राज्यों के बीच फंसे घर का सीमा विवाद 1969 से शुरू हुआ था जिसके बाद पवार परिवार की घर और जमीन दो राज्यों में बंट गई. उनके मुताबिक घर महाराष्ट्र और तेलंगाना दोनों प्रांतों में है. लिहाजा वो दोनों ही राज्यों में प्रॉपर्टी टैक्स भरते हैं. हालांकि इसके बदले इन्हें दोनों राज्यों के सरकारी योजनाओं का लाभ भी पूरा मिलता है. यहाँ तक कि परिवार के पास दोनों राज्यों के रजिस्ट्रेशन वाली गाड़ियां भी मौजूद हैं.

दरअसल महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्यों के सीमा पार लगे जीवती तहसील के 14 गांवों की बॉर्डर को लेकर विवाद बना हुआ है इन्हें 14 गांवों में महाराजगुडा गांव भी शामिल है. जो दो राज्यों में बंटा हुआ है. ANI ने ट्विटर पर पोस्ट साझा की, जिसके मुताबिक गांव के आधे हिस्से पर तेलंगाना तो आधे पर महाराष्ट्र का अधिकार है. घर में महाराष्ट्र के नियम लागू होते हैं या तेलंगाना के. वहीं एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा- आपका किचन तेलंगाना में हैं और आप महाराष्ट्र से हो तो वहां वड़ा पाव बनता है या फिर कोई साउथ की डिश.