मुल्क को बर्बाद कर रहा ‘एक शख्स’… इमरान को घेरकर बोले जरदारी- वह सिर्फ सत्ता के बारे में सोचता है

Imran Khan News in Hindi : इमरान खान ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्ला और मेजर जनरल फैसल नसीर ने उनकी हत्या की साजिश रची थी। हालांकि उन्होंने अपने दावों के संबंध में कोई सबूत मुहैया नहीं कराए। वह तीनों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

Pakistan
File Photo

इस्लामाबाद : पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी पीपीपी के उपाध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने शनिवार को कहा कि ‘एक शख्स’ को मुल्क बर्बाद करने नहीं दिया जा सकता और वह संस्थानों पर किसी तरह के हमले बर्दाशत नहीं करेंगे। जरदारी का इशारा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर था। जरदारी ने कहा, ‘एक शख्स मुल्क को अराजकता में डालने के लिए हर सीमा पार कर रहा है।’ बीते गुरुवार को इमरान खान पर जानलेवा हमला हो गया था जो शहबाज सरकार के खिलाफ इस्लामाबाद तक लॉन्ग मार्च निकाल रहे हैं। उन्होंने सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी पर अपने ऊपर हमले की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।

जरदारी ने कहा कि वह आदमी न तो देश की अखंडता की परवाह करता है, न ही संस्थानों का सम्मान करता है। वह सिर्फ सत्ता, सत्ता और सिर्फ सत्ता के बारे में सोचता है। उन्होंने कहा कि देश का अस्तित्व संस्थाओं से जुड़ा है। पैर में गोली लगने के बाद लाहौर के अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे इमरान ने शुक्रवार को कहा कि वह ठीक होने के बाद इस्लामाबाद के लिए अपना विरोध मार्च फिर से शुरू करेंगे। इमरान पर हमले के बाद उनके समर्थक पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई शहरों में पथराव और उग्र प्रदर्शन करने के लिए पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है।
इमरान ने लगाया सैन्य अधिकारी पर आरोप
जरदारी ने कहा, ‘हम पाकिस्तानी सेना के बलिदान को नहीं भूल सकते और दुश्मन की साजिश को भी नाकाम कर देंगे।’ इमरान खान ने तीन लोगों पर अपने ऊपर जानलेवा हमले का आरोप लगाया था, शहबाज शरीफ, राणा सनाउल्लाह और एक सैन्य अधिकारी। उन्होंने कहा कि अपने ऊपर जानलेवा हमले के बारे में उन्हें पहले से पता था। हालांकि इस संबंध में उन्होंने कोई सबूत मुहैया नहीं कराए। इमरान खान के आरोपों को पाकिस्तानी सेना ने ‘निराधार और गैर-जिम्मेदाराना’ बताया है।

सेना ने की इमरान पर कानूनी कार्रवाई की मांग
सेना ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘संस्थान या अधिकारियों पर लगाए गए निराधार आरोप बहुत ज्यादा खेदजनक हैं और इनकी कड़ी निंदा की जाती है।’ बयान में कहा गया, ‘किसी को भी संस्थान या इसके कर्मियों की बदनामी नहीं करने दी जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान सरकार से प्रतिष्ठान तथा इसके अधिकारियों के खिलाफ बिना किसी सबूत के झूठे आरोप लगाने तथा उसे बदनाम करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया जाता है।’