अफगानिस्तान से नाटो फौज की वापसी और सत्ता के लिए वर्षों से संघर्ष करने वाले तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद भी अफगानिस्तान में बम धमाकों का सिलसिला जारी है. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ बुधवार को एक के बाद एक चार बम धमाकों से गूंज उठा. इन विस्फोटों में कम से कम 14 लोग मारे गए और 32 बताए जा रहे हैं. घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
- अफगानिस्तान में आईएसआईएस का सिलसिलेवार हमला
- राजधानी काबुल की मस्जिद को आतंकियों ने बनाया निशाना
- तालिबान के सत्ता संभालने के बाद लगातार हो रहे हैं हमले
नई दिल्ली:
अफगानिस्तान (Afghanistan) से नाटो फौज की वापसी और सत्ता के लिए वर्षों से संघर्ष करने वाले तालिबान (Taliban) की सत्ता में वापसी के बाद भी अफगानिस्तान में बम धमाकों का सिलसिला जारी है. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ बुधवार को एक के बाद एक चार बम धमाकों से गूंज उठा. इन विस्फोटों में कम से कम 14 लोग मारे गए और 32 बताए जा रहे हैं. घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. इन हमलों के लिए आईएसआईएस को जिम्मेदार माना जा रहा है. गौरतलब है कि आईएसआईएस का खुरासान मॉड्यूल अफगानिस्तान में सक्रिय है. आईएस का आरोप है कि तालिबान अमेरिका का पिट्ठू है और वह अमेरिका के इशारे पर काम करता है. इसी आधार पर आईएस ने तालिबान के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है.
ये भी पढ़ेंः UP के इस अस्पताल ने नहीं दी एंबुलेंस, पिता को पीठ पर लादकर 30 KM पैदल चला बेटा
खबरों के मुताबिक, काबुल की एक मस्जिद में एक और उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ में यात्री वैन में तीन धमाके हुए. काबुल के आपातकालीन अस्पताल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि विस्फोट स्थल से पांच शव मिले और एक दर्जन से अधिक घायल मरीज मिले हैं. वहीं, तालिबान प्रशासन के एक अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी दी कि मस्जिद में हुए विस्फोट में कम से कम 11 लोगों की मौत हुई है. वहीं, उत्तरी बल्ख प्रांत में यात्री वैन में हुए तीन विस्फोटों में कम से कम नौ लोगों की मौत हुई है और 15 घायल हुए हैं.