नोएडा. हाल ही में यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) ने जेवर एयरपोर्ट के पास दूध-सब्जी बेचने के लिए बनाए गए कियोस्क की नीलामी की थी. नीलामी के दौरान 9 लाख रुपये वाले कियोस्क के लिए लगी एक से डेढ़ करोड़ रुपये की बोली को सुनकर हर कोई दंग था. हालांकि जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) का अभी जमीनी स्तर का काम चल रहा है. अभी पहली फ्लाइट (Flight) के उड़ान भरने में भी करीब 2 साल का वक्त है. लेकिन एयरपोर्ट के आसपास जमीन के रेट देखकर हर कोई दंग था. दाम भी ऐसे कि दिल्ली (Delhi) का कनॉट प्लेस और लंदन में बिकने वाली जमीन के रेट भी पीछे छूट गए. लेकिन हैरत की बात यह है कि अब बोली लगाने वाले व्यक्ति की तलाश हो रही है. खुद यमुना अथॉरिटी उसे तलाश रही है. लेकिन बोली लगाने के बाद से गायब वो व्यक्ति अभी तक सामने नहीं आया है.
यमुना अथॉरिटी से जुड़े अफसरों की मानें तो जेवर एयरपोर्ट से सटे सेक्टर में 30 कियोस्क के लिए ई नीलामी आयोजित की थी. लेकिन 30 कियोस्क के लिए 26 खरीदार ही सामने आए थे. इसमे से बोली लगाने वाले तीन खरीदार ऐसे थे जिन्होंने ऊंची बोली लगाई थी. इसमे से एक आवेदक ने तो 9.59 वर्गमीटर कियोस्क के लिए 1.48 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. जबकि अथॉरिटी ने इसका रिजर्व प्राइस सिर्फ 9 लाख रुपये रखा था.
नोएडा. हाल ही में यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) ने जेवर एयरपोर्ट के पास दूध-सब्जी बेचने के लिए बनाए गए कियोस्क की नीलामी की थी. नीलामी के दौरान 9 लाख रुपये वाले कियोस्क के लिए लगी एक से डेढ़ करोड़ रुपये की बोली को सुनकर हर कोई दंग था. हालांकि जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) का अभी जमीनी स्तर का काम चल रहा है. अभी पहली फ्लाइट (Flight) के उड़ान भरने में भी करीब 2 साल का वक्त है. लेकिन एयरपोर्ट के आसपास जमीन के रेट देखकर हर कोई दंग था. दाम भी ऐसे कि दिल्ली (Delhi) का कनॉट प्लेस और लंदन में बिकने वाली जमीन के रेट भी पीछे छूट गए. लेकिन हैरत की बात यह है कि अब बोली लगाने वाले व्यक्ति की तलाश हो रही है. खुद यमुना अथॉरिटी उसे तलाश रही है. लेकिन बोली लगाने के बाद से गायब वो व्यक्ति अभी तक सामने नहीं आया है.
यमुना अथॉरिटी से जुड़े अफसरों की मानें तो जेवर एयरपोर्ट से सटे सेक्टर में 30 कियोस्क के लिए ई नीलामी आयोजित की थी. लेकिन 30 कियोस्क के लिए 26 खरीदार ही सामने आए थे. इसमे से बोली लगाने वाले तीन खरीदार ऐसे थे जिन्होंने ऊंची बोली लगाई थी. इसमे से एक आवेदक ने तो 9.59 वर्गमीटर कियोस्क के लिए 1.48 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. जबकि अथॉरिटी ने इसका रिजर्व प्राइस सिर्फ 9 लाख रुपये रखा था.