मात्र 20 हजार रु निवेश से 2 दोस्तों की बनाई एक छोटी सी कंपनी आज 88000 करोड़ का बिजनेस साम्राज्य हुआ

आपने बहुत से दोस्ती के किस्से साइन होंगे। कई फिल्मो में भी दोस्तों के पक्की यारी वाली दोस्ती दिखाई गई है। हमने असल जिंदगी में भी कुछ ऐसे लोगो को देखा है, जो दोस्ती की मिसाल है। अगर आपके जीवन में भी कोई अच्छा दोस्त हैं, जो आपके सुख दुःख का साथी बन जाये, तो आप बड़े भाग्यशाली है। आज हम आपको ऐस एही दो दोस्तों के बारे में बताते जा रहे हैं, जिनकी दोस्ती के चलते एक बड़ा व्यापार खड़ा हो गया और उनके परिवार की जिंदगी बन गई।

यह कहानी ऐसे दो दोस्तों की है, जो बचपन में दोस्त बनें थे, लेकिन अब हजारों करोड़ रुपए की कंपनी का एम्पायर बनाने के बाद दोनों दोस्त कंपनी के अपने एग्जीक्यूटिव पद को एक साथ छोड़ भी रहे हैं। इस दो मित्रों ने आज के समय में 88 हजार करोड़ का एक व्यापारिक साम्राज्य खड़ा कर दिया है।

इन दो दोस्तों ने एक साथ मिलकर एक ही सोच पर काम किया और बड़ी ईमानदारी से अपने लक्ष्य पर अडिग रहे। जी हाँ जिसकी बदौलत ही इन दोनों के बीच कभी कोई मन-मुटाव नहीं आया और न ही ये एक-दूसरे से कभी अलग हुए। कभी बिजनेस में भी कोई अनबन नहीं हुई।

बिजनेस और पैसे के चक्कर में अच्छे अच्छे बिजनेस पार्टनर या दोस्त झगड़ा करके अलग हो जाते हैं। एक ही परिवार में तक हिस्से हो जाय करते हैं, लेकिन इन दोनों के बीच शुरू से लेकर अंतआखिर तक कोई ऐसी बात नहीं हुई। अब ये दोनों कंपनी के एक अहम पद से एक साथ इस्तीफा दे रहें। आपने नाम तो सुना होगा, राधेश्याम अग्रवाल (Radheshyam Agarwal) और राधेश्याम गोयनका (Radheshyam Goenka) देश के जाने माने बिजनेसमैन हैं।

ये दोनों ही बचपन में स्कूल में साथ पढ़ा करते थे। दोनो दोस्त स्कूल की पढाई के बाद अपना पूरा समय कॉस्मेटिक के फार्मूले सीखने में लगा देते थे। इसके साथ ही ये दोनों दोस्त सस्ते गोंद और कार्डबोर्ड से गेम बनाते और उसे कोलकाता के बाजारों में बेचकर कुछ पैसे कमा लेते थे। बिसगं करना तो दोनों मित्रों ने बचपन में ही सीख लिया था।

ये दोनों दोस्त शुरुआत से ही कमाई के नए नए तरीके मिलकर खोजते रहते थे और उन्होंने शुरू में जो कार्ड बोर्ड का काम शुरू किया। वह सिलसिला लगभग तीन सालों तक चलता रहा। फिर इनके लगन और मेहनत को देखकर गोयनका के पिता ने इनको 20 हजार रुपए काश दिए और फिर गोयनका ने तय किया कि इस पैसे से किए गए बिजनेस में दोनों का हिस्सा होगा।

दोनों दोस्तों ने इसी पैसे से एक ‘केमको केमिकल्स’ नाम की कंपनी शुरू की। हालाँकि यह काम खास नहीं चल पाया। परिवार वालों ने लड़कियां खोजकर दोनों की शादी करवा दी। जिससे उनकी जिम्मेदारी और भी बढ़ गई। इन सबके बावजूद न इन दोनों का साथ छूटा और ना ही दोनों ने बिजनेस आईडिया लगाना छोड़ा।