एक वेटर जो बना करोड़ों की कंपनी का मालिक, ये है पुरणपोली बनाने वाले Bhaskar KR की प्रेरक कहानी

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कहा जाता है एक आइडिया आपकी ज़िंदगी बदल सकता है. अगर आपके अंदर मेहनत करने का जज्बा और जुनून है तो आप कोयले की खदान में भी सोना ढूंढ सकते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है भास्कर केआर की, जिन्होंने अपने जीवन में कई तरह के संघर्ष किए लेकिन उनके एक आइडिया ने उनकी पूरी जिंदगी ही बदल दी, एक वेटक कैसे बना करोड़ों के फूड बिजनेस का मालिक

दरअसल कर्नाटक के रहने वाले भास्कर केआर आज करोड़ों के फूड बिजनेस के मालिक हैं. इनके ब्रांड का नाम Bhaskar Puranpoli Ghar है. वर्तमान में उनका ब्रांड कर्नाटक और महाराष्ट्र दोनों में संचालित होता है. लेकिन भास्कर की योजना जल्द ही पूरे भारत में अपना बिजनेस मॉडल स्थापित करना है. इसी संकल्प को लेकर भास्कर केआर Shark Tank India Season 2 में पहुंचे थे. एक वेटर से लेकर करोड़ों के कारोबार का मालिक बनने तकILNILNएपिसोड में भास्कर ने शार्क्स को बताया कि भले ही आज उनका करोड़ों का बिजनेस हैं लेकिन एक समय ऐसा था जब वह एक रेस्टोरेंट में वेटर का काम किया करते थे. फूड बिजनेस शुरू करने से पहले वह करीब 8 साल तक छोटे-मोटे काम करते रहे. अपने बिजनेस के शुरुआती दिनों में वह खुद पुरण पोली बनाकर साइकिल से उसे बेचा करते थे. लेकिन जब उनके पुरन पोली का स्वाद सबको पसंद आने लगा तो उन्होंने एक दुकान खोल ली और पुरण पोली बेचने लगे. 24 से ज्यादा प्रकार की पुरण पोली उपलब्ध  bhaskarspuranpoligharbhaskarspuranpoligharसमय के साथ बिजनेस भी ग्रोथ करने लगा तब उन्होंने कर्नाटक में अपना ही ब्रांड पुरण पोली घर लॉन्च किया और उसके बाद अपने ब्रांड की फ्रेंचाइजी शुरू करने के लिए उन्होंने महाराष्ट्र के रहने वाले विट्टल शेट्टी और सौरभ चौधरी के साथ हाथ मिलाया. आज BPG में 24 से ज्यादा प्रकार की पुरण पोली उपलब्ध हैं और यह रेसिपी फ्रेश और नैचुरल तरीके से तैयार की जाती है. इसमें कभी भी तरह का केमिकल, प्रिजरवेटिव या पल्प का उपयोग नहीं किया जाता है. वैसे तो शार्क्स भास्कर के बिजनेस और उनकी प्रेरक कहानी से काफी इम्प्रेस हुए लेकिन भास्कर केआर ने 1% इक्विटी के साथ 75 लाख रुपये की मांग की. हालांकि जजों ने उन्हें फंडिंग देने से इंकार कर दिया क्योंकि उनका कहना था कि BPG का कारोबाह पहले से ही बढ़िया प्रोफिट कमा रहा है और उसे किसी तरह के इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं है.(इंडिया टाइम्स हिन्दी की ऐसी और स्टोरीज़ के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, और इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)