पन्ना जिले के गुनौर विकासखंड और विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत विक्रमपुर के ग्राम ददोलपुर में एक गर्भवती महिला को प्लास्टिक की कुर्सी में बैठाकर 1 किमी का दलदल भरा रास्ता तय करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार एक महिला सोहद्रा आदिवासी गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा की वजह से महिला को अस्पताल ले जाना था, लेकिन गांव में सड़क न होने के चलते जननी एक्सप्रेस विक्रमपुर तक ही पहुंच सकी। विक्रमपुर से ददोलपुर गांव 1 किलोमीटर दूर है, गांव तक पहुंचने की सड़क इतनी जर्जर है कि यहां वाहन या पैदल दोनों ही तरीकों से पहुंचना मुश्किल है।
सोमवार को महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी। उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए कोई रास्ता नहीं था, तब गांव के पांच युवाओं ने साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए महिला को प्लास्टिक की कुर्सी पर बिठाया और एक किलोमीटर का दलदल भरा रास्ता तय किया। नाला पार करने के बाद महिला को विक्रमपुर पहुंचाया, जहां सेजननी एक्सप्रेस के माध्यम से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, महिला ने नवजात शिशु को जन्म दिया।
महिला को सिर्फ अस्पताल जाते समय ही परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा, बल्कि वापस आते समय भी उसे परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि मां बनने की खुशी में उसे रास्ते की कठिनाइयां भूल गई। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि यहां सड़क और पुल का निर्माण नहीं होने से बारिश के दिनों में आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नाले का जल बहाव हल्की बारिश में भी काफी तेज हो जाता है, जिसे पार करना खतरनाक होता है।