सोलन में रेडिओ हिल्स द्वारा सात दिन चली कार्यशाला का आज समापन किया गया | समापन समारोह में खादी ग्राम बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए | संस्थान द्वारा आयोजित यह कायर्शाला बेहद विशेष थी क्योंकि इस कार्यशाला में युवाओं को पाश्चात्य संस्कृति से दूर रखा गया , उन्हें हिमाचल की संस्कृति और लोक गीतों की जानकारी उपलब्ध करवाई गई | उन्हें हिमाचली वाद्य यंत्रों की भी विस्तृत जानकारियाँ दी गई | युवाओं ने बढ़चढ़ कर इस कार्यशाला में भाग लेकर अपना ज्ञानवर्धन किया | मुख्यातिथि ने युवाओं को बताया कि हिमाचली संस्कृति आज कल लुप्त होती जा रही है | जिसे संजोना आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण है | उन्होंने कहा कि जो ज्ञान वह यहाँ से अर्जित कर रहे है वह ज़्यादा से ज़्यादा फैलाएं |
मुख्य अतिथि पुरुषोत्तम गुलेरिया ने जानकारी देते हुए कहा कि आयोजकों द्वारा हिमाचल की संस्कृति को बचाने और उस की जानकारी युवाओं को देने के उद्देश्य से आयोजित यह कार्यशाला अत्यंत महत्वपूर्ण है | उन्होंने कहा कि वसीयत में क्या मिला यह महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि विरासत में हम आने वाली पीड़ी को क्या दे कर जा रहे है यह अधिक महत्व रखता है | उन्होंने कहा कि आयोजक युवाओं सरगम कला मंच के माध्यम से वाद्य यंत्रों , वैदिक तालों की अनमोल जानकारी दे रहे है जो एक सराहनीय प्रयास है | इस तरह के आयोजनों से ही हिमाचल की संस्कृति को संजोया जा सकता है |
वहीँ आयोजकों ने कहा कि वह समय समय पर इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित करते आ रहे है ताकि युवा केवल पाश्चात्य संस्कृति में ही न खो जाएं | उन्हने अपनी संस्कृती जो बेहद अनमोल है उसकी जानकारी भी उन्हें होनी चाहिए | ताकि वह भी उसे संजोने में समाज का सहयोग दे सकें |