Aakash Chopra: 19 पारियां, 9 सिंगल डिजिट स्कोर… आकाश चोपड़ा का ऐसा है इंटरनेशनल क्रिकेट करियर

Aakash Chopra: आकाश चोपड़ा घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी थे लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड कैसा है। 2003 में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला था। 2004 में उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला। हम आपको बताते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने क्या किया।

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\नई दिल्ली: भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) लगातार खराब फॉर्म में चल रहे हैं। उन्हें लेकर सोशल मीडिया पर खूब हल्ला हो रहा है। लोग दो भागों में बंट गए हैं। कुछ राहुल को अभी और मौके देना चाहते हैं तो कुछ उन्हें बाहर करने के पक्ष में हैं। पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) केएल राहुल के पक्ष में हैं। वह राहुल पर सवाल उठाने वाले दिग्गज तेज गेंदबाज वेकटेंश प्रसाद (Venkatesh Prasad) से सोशल मीडिया पर भिड़ गए।

आकाश चोपड़ा का कैसा है रिकॉर्ड?

केएल राहुल के साथ खड़े आकाश चोपड़ा भी भारत के लिए टेस्ट मैच खेल चुके हैं। अभी वह क्रिकेट कमेंटेटर और यूट्यूबर हैं। 45 साल के आकाश चोपड़ा ने अक्टूबर 2003 में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया था। अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ उस मुकाबले में उन्होंने 42 और 31 रनों की पारियां खेली थीं। उसी सीरीज के दूसरे मुकाबले में उन्होंने 60 और 52 रन बनाए। साल के अंत में बॉर्डर गावस्कर सीरीज खेलने टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया गई और आकाश चोपड़ा को उस टीम में चुना गया।

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) में उन्हें चारों टेस्ट खेलने का मौका मिला। 8 पारियों में उनके बल्ले से 23.25 की औसत से 186 रन निकले। बिना किसी फिफ्टी या सेंचुरी के। उस सीरीज में भारत के अन्य प्रमुख बल्लेबाजों में राहुल द्रविड़ ने 619, वीवीएस लक्ष्मण ने 494, वीरेंद्र सहवाग ने 464, सचिन तेंदुलकर ने 383 और सौरव गांगुली ने 284 रन बनाए थे। सचिन और लक्ष्मण ने 7-7 जबकि गांगुली ने तो 6 ही पारियों में ही बल्लेबाजी की थी।

2004 में टीम इंडिया ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज खेलने पाकिस्तान गई। वहां आकाश चोपड़ा को दो टेस्ट में मौका मिला और वह फेल रहे। तीसरे में वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे। 2004 में ऑस्ट्रेलिया भारत आया तो भी उन्हें दो मैचों में मौका मिला। इन दोनों मैचों में वह दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए। उसके बाद उन्हें कभी टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। 10 मैचों के टेस्ट करियर में आकाश चोपड़ा ने 19 पारियां खेलीं। उनके नाम 23 की औसत से 437 रन हैं। 9 बार तो वह दहाई के आंकड़ों को भी नहीं छू पाए।

क्यों नहीं मिले मौका?

2004 में ही भारत के लिए गौतम गंभीर ने टेस्ट डेब्यू किया। इसके वीरेंद्र सहवाग परमानेंट ओपनर थे ही। इसके अलावा वसीम जाफर भी खेल रहे थे। यही वजह है कि घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी आकाश चोपड़ा भारत के लिए दोबारा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए।

घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन रिकॉर्ड

आकाश चोपड़ा भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट में कमाल नहीं कर पाए लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड बेहतरीन है। उन्होंने दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के लिए मुकाबले खेले। 162 फर्स्ट क्लास मैच में उन्होंने 45.35 की औसत से 10839 रन बनाए हैं। इसमें 29 शतक के साथ ही 53 फिफ्टी भी हैं। उनके नाम तिहरा शतक भी दर्ज है। घरेलू क्रिकेट में इसी दमदार रिकॉर्ड की वजह से उन्हें इंटरनेशनल मैचों में मौका मिला। लेकिन आकाश चोपड़ा वहां अपनी क्षमता के अनुसार खेल नहीं दिखा पाए।