आप ने जारी की 13 उम्मीदवारों की 7वीं सूची, चुनाव से पहले भाजपा को लगा बड़ा झटका

गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर आप ने अब तक 86 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। वहीं, आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला के बेटे महेंद्रसिंह वाघेला ने एक बार फिर कांग्रेस में वापसी कर ली है।

आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी

आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के बीच सत्ता का संग्राम तेज हो गया है। सभी पार्टियां अपने अपने वोटरों को लामबंद करने के लिए अगल-अलग कदम उठा रही हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए अपनी सातवीं सूची जारी कर दी है। राज्य इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया द्वारा जारी गई इस सूची में 13 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि अब तक आप ने इस चुनाव के लिए 86 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। वहीं, आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला के बेटे महेंद्रसिंह वाघेला ने एक बार फिर कांग्रेस में वापसी कर ली है।

इन 13 सीटों पर आप ने किया उम्मीदवारों के नाम का एलान
शुक्रवार को जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई, उनमें काडी (एससी), गांधीनगर (उत्तर), वाधवान, मोरबी, जसदान, जेतपुर, कलावाड़ (एससी), जामनगर (ग्रामीण), महमेदाबाद, लूनावाड़ा, सांखेड़ा (एसटी), मांडवी (एसटी) और महुवा (एसटी) शामिल हैं। इन सीटों पर उम्मीदवारों के रूप में आम आदमी पार्टी ने क्रमश: एच के डाभी, मुकेश पटेल, हितेश बजरंग, पंकज रंसरिया, तेजस गाजीपारा, रोहित भुवा, डॉ जिग्नेश सोलंकी, प्रकाश डोंगा, प्रमोदभाई चौहान, नटवरसिंह सोलंकी, रंजन तडवी, सान्याबेन गामित और कुंजन पटेल ढोडिया के नाम की घोषणा की है। इन 13 सीटों में मोरबी, जसदान और जामनगर (ग्रामीण) वे सीटें हैं, जिन पर तत्कालीन कांग्रेस विधायकों (जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव जीते थे) ने इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद हुए उपचुनावों में भाजपा उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी।

13 में से 10 सीटें वर्तमान में भाजपा के पास
इस मौके पर आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने कहा कि इन 13 में से दस सीटें वर्तमान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास हैं, जबकि विपक्षी कांग्रेस के पास तीन अन्य सीटें हैं। उन्होंने कहा कि दो सीटें – काडी और कलावाड़ – अनुसूचित जाति (एससी) के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं, जबकि तीन – सांखेड़ा, मांडवी और महुवा अनुसूचित जनजाति (एसटी) के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। उन्होंने आगे कहा कि उम्मीदवारों में एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी, डॉक्टर, वकील और उद्योगपति शामिल हैं।

एआईएमआईएम ने पांच प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी की
गौरतलब है कि 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के चुनाव इस साल के अंत तक होने हैं। हालांकि अभी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं हुई है। वहीं, इस चुनाव को लेकर ना तो भाजपा और ना ही कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवारों की सूची जारी की है। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) भी इस चुनावों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। इस बाबत एआईएमआईएम ने अब तक दानिलिमदा (एससी), जमालपुर खड़िया, सूरत-पूर्व, बापूनगर और लिंबायत सीटों से पांच उम्मीदवारों की सूची जारी की है।

आक्रामक प्रचार में जुटे केजरीवाल
गौरतलब है कि दिल्ली के बाद पंजाब की सत्ता पर कब्जा जमाने के बाद आम आदमी पार्टी के हौंसले बुलंद हैं। ऐसे में आप ने खुद को सत्तारूढ़ भाजपा के मुख्य दावेदार के रूप में स्थापित किया है। इसके राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राज्य में आक्रामक रूप से प्रचार कर रहे हैं। इस बाबत वे राज्य में लगातार रैलियां और टाउन हॉल आयोजित कर रहे हैं और अन्य लोगों के बीच मुफ्त बिजली और बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के चुनाव पूर्व वादों की घोषणा कर रहे हैं।

 पूर्व सीएम के बेटे महेंद्र सिंह वाघेला कांग्रेस में शामिल 
2017 में भाजपा में शामिल हुए गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला के बेटे महेंद्रसिंह वाघेला ने एक बार फिर कांग्रेस में वापसी कर ली है। आगामी राज्य विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को वे कांग्रेस में शामिल हुए। पूर्व विधायक महेंद्रसिंह वाघेला का गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने यहां पार्टी मुख्यालय में स्वागत किया। इस मौके पर महेंद्र सिंह ने कहा कि वह बिना किसी उम्मीद के कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं और अगर पार्टी चाहेगी तो चुनाव लड़ेंगे।

गौरतलब है कि महेंद्र सिंह 2012 से 2017 के बीच उत्तरी गुजरात के बयाद से कांग्रेस विधायक थे। उन्होंने  विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले अगस्त 2017 में पार्टी छोड़ दी थी और बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।