पिछले महीने फरवरी में भी दो चांदी के छत्र माता के चरणों में एक सप्ताह के बीच अलग-अलग दो अनजान श्रद्धालुओं ने चढ़ाए थे। इनमें एक पांच किलो 240 ग्राम का था। माता चिंतपूर्णी के दरबार में कई लोग ऑनलाइन चढ़ावा भी चढ़ाते हैं। हिमाचल के सभी धार्मिक शक्ति और सिद्धपीठों की बात करें तो चिंतपूर्णी में सबसे ज्यादा चढ़ावा ऑनलाइन या नकद चढ़ता है।
माता के प्रति लोगों की गहरी आस्था है। यहां पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के श्रद्धालु माता के दरबार में नकद रुपये, सोना व चांदी के आभूषण चढ़ाते रहते हैं। उधर, चिंतपूर्णी मंदिर के सहायक मंदिर अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि माता के दरबार में शनिवार को किसी अनजान श्रद्धालु ने 100 ग्राम सोने का छत्र चढ़ाया है।