गोंडा में युवती को अगवा करने, जबरन धर्म परिवर्तन कराने और फिर दुष्कर्म मामले में पीड़ित परिवार की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है।
गोंडा जिले के परसपुर के एक गांव की युवती को अगवा करके मुंबई ले जाकर जबरन धर्म परिवर्तन कर निकाह करने और उसके बाद सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित परिवार ने एसपी से गुहार लगाई। इसके बाद एसपी के आदेश पर परसपुर पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, दलित उत्पीड़न समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू की है।
एसपी संतोष कुमार मिश्र को दी गई तहरीर में पीड़िता के पिता ने बताया कि उसके गांव का ही जावेद मुंबई में रहकर कमाई करता है। वह उसकी बेटी से फोन पर बातचीत करता था। उसे मुंबई बुलाता था, मगर वह जावेद के झांसे में नहीं आई। आरोप है 14 जून को उसकी बेटी शौच के लिए खेत की तरफ गई थी, तभी जावेद के भाई बहादुर ने उसे कुछ सुंघाकर बेहोश कर दिया। फिर उसे अगवा करके मुंबई ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया। वहां हाफिज बुलाकर जबरन धर्म परिवर्तन कराया। इसके बाद जावेद ने निकाह किया।
पिता का आरोप है कि उसकी बेटी के विरोध करने पर महमूद, इबरार और जावेद ने कई बार सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद भी उसकी पुत्री धर्म परिवर्तन को मानने के लिए तैयार नहीं हुई। पिता का आरोप है कि उसे पता चल गया था कि बेटी के गायब होने के पीछे जावेद का हाथ है। उधर, पकड़े जाने के डर से जावेद और उसके सहयोगी 23 जून को उसकी बेटी को करनैलगंज रेलवे स्टेशन पर छोड़कर भाग गये। आरोप है कि जावेद ने उसकी बेटी को इस बारे में मुंह खोलने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी।
पीड़ित पिता का कहना है कि घर लौटकर बेटी ने पूरी व्यथा सुनाई तो उसने थाने में शिकायत की मगर सुनवाई नहीं हुई। इस पर उसने एसपी से मुलाकात करके गुहार लगाई। तब एसपी के आदेश पर चारों आरोपियों के खिलाफ परसपुर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। परसपुर इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह का कहना है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है।