कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश प्रक्रिया में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अवहेलना करने का आरोप लगा है। आरोप के तहत कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, जिसके लिए कृषि…
पालमपुर : कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश प्रक्रिया में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अवहेलना करने का आरोप लगा है। आरोप के तहत कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, जिसके लिए कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर द्वारा 8 सितम्बर को पोस्ट ग्रैजुएशन में एडमिशन के लिए प्रॉस्पैक्टस जारी किया गया था। इसके अनुसार इस वर्ष एमएससी एग्रीकल्चर में प्रवेश पाने के लिए अभ्यर्थियों को एनटीए द्वारा आयोजित आईसीएआर यानि इंडियन काऊंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च की प्रवेश प्रक्रिया के स्कोर कार्ड के आधार पर दाखिला दिया जाएगा। कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि एक ओर तो विश्वविद्यायल आईसीएआर की प्रवेश परीक्षा के स्कोर कार्ड के आधार पर दाखिला दे रहा है और दूसरी ओर आईसीएआर द्वारा प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देश की उलंघना करने वाले विद्यार्थियों को भी प्रवेश दिया जा रहा है।
विद्यार्थियों ने बताया की एनटीए द्वारा 20 जुलाई, 2022 को आईसीएआर की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए इन्फॉर्मेशन बुलेटिन जारी किया गया था, जिसमें साफ-साफ लिखा गया था कि प्रवेश परीक्षा में उपस्थित होने के लिए आईसीएआर मान्यता प्राप्त कॉलेजों से उम्मीदवारों का पासआऊट होना अनिवार्य होगा। निजी कृषि महाविद्यालयों के भी केवल वही विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हों सकते हैं, जिनको आईसीएआर से मान्यता प्राप्त हो। भले ही किसी प्रदेश सरकार ने उस निजी कृषि महाविद्यालय को एफिलिएट किया हो। आरोप है कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर द्वारा जारी किए गए प्रोस्पैक्टस में लिखा गया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा गठित निरीक्षण समिति द्वारा अप्रूव्ड निजी कृषि संस्थान के विद्यार्थी भी स्नातकोत्तर कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र होंगे परंतु कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के विद्यार्थियों का कहना है कि जो विद्यार्थी उस प्रवेश परीक्षा यानि आईसीएआर एआईईईए 2022 जिसके आधार पर दाखिला लिया जाएगा, उसमें शामिल होने के लिए ही योग्य नहीं है और किसी अनुचित तरीके से परीक्षा में शामिल हो गया है, उसको भी कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में दाखिला दिया जाना एक गैर-कानूनी तरीका है।
विद्यार्थियों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि सिलैक्ट लिस्ट जारी करने से पहले आईसीएआर द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देश की पालना करते हुए जल्द से जल्द सभी नॉन आईसीएआर एक्रीडियाटेड कृषि महाविद्यालय के उम्मीदवारों के फॉर्म रिजेक्ट करने की अधिसूचना जारी कर उस पर कार्रवाई करें अन्यथा विद्यार्थी उग्र आंदोलन और कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन पर कानूनी कार्रवाई के लिए विवश होंगे, जिसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की हाेगी। वहीं कृषि विश्वविद्यालय एससीए के उपाध्यक्ष राहुल शर्मा ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। उधर, इस संबंध में कृषि विश्वविद्यालय का पक्ष जानने का प्रयास किया गया परंतु अधिकारिक पक्ष नहीं मिल पाया।