शिमला लिस्ट फेस्ट में बोलीं अभिनेत्री दीप्ति नवल- जलियांवाला बाग का सेल्फी प्वाइंट बनना पीड़ादायक

शिमला. प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री और लेखिका दीप्ति नवल ने जलियवांला बाग को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अमृतसर के जलियांवाला बाग का सेल्फी प्वाइंट बनना पीड़ादायक है, जिस मिट्टी में खून बहा हो, वो मातम मनाने की जगह है. दीप्ति ने कहा कि इसे सहेजना जरूरी, जो लोग यहां पर जाएं वो उस त्रासदी को समझें, इस तरह से जलियांबाला बाग को सहेजने की जरूरत है. हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में आयोजित इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन दीप्ति नवल ने ये बात कही.

दीप्ति नवल ने कहा कि जलियांवाला की मिट्टी में हजारों लोगों का खून बहा है लेकिन अब इसका स्वरूप ही बदल दिया है.

अभिनेत्री ने कहा कि जलियावाला बाग दर्द की जिंदा तस्वीर है. उन्होंने कहा कि स्वर्ण मंदिर को बहुत खूबसूरत बनाया गया है, इसकी पवित्रता को बरकरार रखा गया है. उन्होंने कहा कि जलियांवाला की मिट्टी में हजारों लोगों का खून बहा है लेकिन अब इसका स्वरूप ही बदल दिया है, इस स्थान को वास्तविक स्वरूप में ही सहेज कर रखा जाना चाहिए ताकि जो भी यहां पर आए तो उसे अहसास हो सके कि कैसे हजारों निर्दोषों की हत्या की गई है.

दीप्ति नवल ने कहा कि जिस जगह पर हजारों लोगों का खून बहा है उसका गुलाबी कर दिया गया है. उन्होंने जापान का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं जब हिरोशिमा गई तो वहां पर दूसरे विश्व युद्ध में परमाणु बम से जो नुकसान हुआ था, जो  स्मारक नष्ट हुए थे, उन्हें आज भी सहेज कर रखा गया है. उस इलाके को कॉर्डन ऑफ किया गया है ताकि लोगों को पता चले कि युद्ध कितना विशानकारी होता है.

मैं आधी पंजाबी और आधी हिमाचली हूं-  दीप्ति नवल अभिनेत्री दीप्ति नवल ने इस फेस्टिवल के आयोजन के साथ साथ हिमाचल की भी तारिफ की. उन्होंने कहा कि मैं आधी पंजाबी और आधी हिमाचली हूं, मेरे डोगरी थे और कांगड़ा के रहने वाले थे लेकिन मेरे पिता पंजाब से थे, उनके फीचर मुझमें दिखते हैं. दीप्ति ने कहा कि मैं 1956 में रोहतांग पास गई थी जब सड़क नहीं थी. उन्होंने कहा कि हिमाचल से बेहद प्यार है. उन्होंने कहा कि कुल्लू के नगर में मेरा एक स्टूडियो, जिसमें मेरी फिल्मों के पोस्टर, पेंटिंग और किताबों समेत बहुत सी चीजों को एक स्थानीय युवती ने सहेज कर रखा हैं.

फेस्टिवल में एक सेशन के दौरान दीप्ति से सवाल पूछा गया कि वे कवयित्री, अभिनेत्री, फोटोग्राफर या पेंटर में से क्या कहलाना पसंद करेगी तो उन्होंने कहा कि मैं एक आर्टिस्ट हूं और आर्टिस्ट कहलाना ही पसंद करूंगी. इस दौरान दीप्ति ने अपनी अब की फिल्मों, लेखनी और फोटोग्राफी के अनुभव साझा किए.
दीप्ति की एक नई किताब ए कंट्र् कॉल्ड चाइल्डहुड 2 जुलाई को लॉन्च हो रही है, इसके बारे में भी दीप्ति ने बताया.