एक माह पूर्व हिडनबर्ग की एक रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी मामले पर प्रदेश कांग्रेस मीडिया पैनलिस्ट डॉ सूर्या बोरस ने रिकांगपिओ में प्रेस वार्ता के दौरान अडानी समूह के द्वारा देश भर में वित्तीय संकट पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अडानी समूह जब से मोदी सरकार बनी है तब से यह समूह अमीरी में नंबर वन पर आ गया है।
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने देश के बंदरगाहों को अडानी समूह को बेच दिया है। इसके साथ ही देश के 6 एयरपोर्ट व अन्य संस्थाओं पर भी अडानी समूह का राज है। वहीं जनता का करोड़ों का पैसा एसबीआई बैंक और एलआईसी में जमा है। जिन्होंने अडानी समूह से शेयर खरीदा है वह भी डूबने के कगार में है।
उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने गैर जनजातीय व्यक्तियों को भूमि हस्तांतरित होने के मामले को सरकार के समक्ष नहीं उठाया। परंतु कांग्रेस की सरकार बनते ही राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस मामले की छानबीन व उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। बोरस ने कहा कि पूर्व भाजपा शासन में पिछले तीन वर्षों से जिला किन्नौर मुख्यालय रिकांगपिओ में 108 फ़ीट तिरंगा झंडे को नहीं फहराया।
बोरस ने कहा कि देश सहित प्रदेश व जिला में आज़ादी के 75 साल पर अमृत महोत्सव मनाया गया। लेकिन किसी ने भी रिकांगपिओ मुख्यालय में झंडा फहराने की कोशिश नही की। जबकि कांग्रेस ने इस मुद्दे को मीडिया के द्वारा उठाया। तिरंगा देश का स्वाभिमान है। आज हार्ट ऑफ सिटी रिकांगपिओ में झंडा लहराता देख गर्व होता है।