हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से ही अडानी ग्रुप के चेयरमैन, गौतम अडानी को लगातार नुकसान हो रहा है. बीते 24 जनवरी को आए इस रिपोर्ट के बाद से ही अडानी ग्रुप को हज़ारों करोड़ का नुकसान हो चुका है. बुधवार यानि 1 फरवरी को देर रात अडानी ग्रुप ने FPO यानि फॉलो ऑन पबल्क ऑफ़र वापस लेने का निर्णय लेकर सभी को चौंका दिया. इस फैसले के सामने आने के बाद गुरुवार यानि 2 फरवरी को गौतम अडानी ने वीडियो मैसेज जारी करते हुए अपनी बाद रखी.
FPO वापस लेने का निर्णय
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बुधवार को अडानी ग्रुप ने 100 प्रतिशत FPO के साथ 20 हज़ार करोड़ रुपये हासिल किए. 20 हज़ार करोड़ के FPO को वापस लेने की सूचना प्रेस रिलीज़ जारी करते हुए दी गई. 27 जनवरी को अडानी एंटरप्राइजेज़ ने FPO जारी किया था. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट ही इस फैसले की वजह है.
24 जनवरी को जारी किए गए रिपोर्ट के बाद से ही अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में भारी गिरावट देखी गई. अडानी की नेटवर्थ में भी गिरावट दर्ज की गई और वो विश्व के टॉप 10 अमीरों की सूची से भी बाहर हो गए.
अडानी ने जारी किया वीडियो मेसेज
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गुरुवार को अडानी ने खुद एक वीडियो मैसेज जारी किया. अडानी ने कहा कि फुली सब्सक्राइब्ड FPO के बाद बुधवार को वापस लेने के फैसले को देखकर बहुत से लोग चौंक गए होंगे. अडानी ने आगे कहा कि बाज़ार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए हमारे बोर्ड को लगा कि FPO लेकर आगे बढ़ना नैतिक रूप से ठीक नहीं होगा.
अडानी ने कहा, ‘चार दशक के एंटरप्रेन्योर के सफ़र में मुझे सभी स्टेकहोल्डर्स और खासतौर पर इन्वेस्टर्स का साथ मिला. मैंने जीवन में जो कुछ भी हासिल किया है वो उनके विश्वास की वजह से है. मेरी सफ़लता का पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है. मेरे लिए निवेशकों के हित के बारे में सोचना सबसे ज़रूरी है. निवेशकों को किसी भी तरह का नुकसान न हो इस वजह से FPO वापस लेने का फ़ैसला लिया गया है. इस निर्णय का हमारे मौजूदा ऑपरेशन्स और भविष्य के प्लान्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा.’
अडानी ने कंपनी की बैलेंस शीट पर भी बात कही. उन्होंने कहा, ‘हमारी कंपनी की बैलेंस शीट हेल्दी है. हमारा कैश फ्लो स्ट्रॉन्ग है. कर्ज़ लौटाने का हमारा रिकॉर्ड भी अच्छा है. हम लॉन्ग टर्म वैल्यू क्रिएशन और ग्रोथ पर फ़ोकस करेंगे. मार्केट स्थिर होने के बाद हम अपनी कैपिटल मार्केट स्ट्रैटजी पर फिर से रिव्यू करेंगे.’
अडानी ने FPO को सपोर्ट देने वाले इन्वेस्टर्स को धन्यवाद कहा.
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106 पन्नों की वो रिपोर्ट जिसने Adani Empire को हिला दिया:
Adani Group के सिक्योरिटीज की वैल्यू ज़ीरो
Money Control की रिपोर्ट के अनुसार, सिटीग्रुप (Citigroup) की वेल्थ इकाई ने मार्जिन लोन के लिए कोलैटरल (गारंटी) के तौर पर अडानी ग्रुप की कंपनियों की सिक्योरिटीज़ को लेना बंद कर दिया है. सिटीग्रुप ने अडानी ग्रुप की सिक्टयोरिटीज़ की लैंडिंग वैल्यू ज़ीरो कर दी है इसका मतलब है कि अडानी ग्रुप की गारंटी पर लोन नहीं लिया जा सकता. एक इंटर्नल मेमो जारी करते हुए सिटी ग्रुप ने ये सूचना दी.
सिटीग्रुप के अलावा स्विट्ज़रलैंड के क्रेडिट सुइस की प्राइवेट बैंकिंग इकाई ने भी अडानी पोर्ट्स ऐंड एसईज़ेड, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी एलेक्ट्रिसिटी मुंबई के नोट्स की लैंडिंग वैल्यू ज़ीरो कर दी है.